Giridih : गिरिडीह ( Giridih) – कोरोना को लेकर गिरिडीह जिले के स्वास्थ्य महकमे की संवेदनशीलता पर सवाल उठ रहे हैं. सदर अस्पताल के उपाधीक्षक कार्यालय में 4 माह से नई नवेली आरटी पीसीआर मशीन पड़ी हुई है. लेकिन अब तक इसे इंस्टॉल नहीं किया जा सका है. जुलाई के दूसरे सप्ताह से जिले में क बार फिर से कोरोना के मामले सामने आने लगे हैं. फिलहाल रेपिड इंटिजन किट से जांच होती है. आरटी पीसीआर जांच के लिए सैंपल बाहर भेजा जाता है. जिसकी रिपोर्ट आने में तीन से चार दिन का समय लगता है. अगर जिले में ही आरटी पीसीआर जांच शुरु हो जाए तो तीन से चार घंटे में रिपोर्ट मिल जाएंगे.
गौरतलब है कि कोरोना की दूसरी लहर की भयावहता के बाद स्थानीय विधायक सुदीप कुमार सोनू, तत्कालीन डीसी राहुल कुमार सिन्हा और सिविल सर्जन अवधेश कुमार सिन्हा ने गिरिडीह में ही आरटी पीसीआर मशीन की जरूरत समझी. विधायक सुदीप कुमार सोनू की पहल के बाद अप्रैल के पहले सप्ताह में मशीन गिरिडीह आ गई. लेकिन आरटी पीसीआर मशीन रहते हुए जांच शुरु ना हो पाना दुर्भाग्यपूर्ण है.
सामग्री के अलावा माइक्रोबायोलॉजी की जरूरत : सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ एसपी मिश्रा ने कहा कि आरटी पीसीआर मशीन इंस्टॉल होने से पूर्व इसमें और सामग्री की जरूरत है, जो अब तक नहीं भेजी गई है. स्थानीय स्तर से सभी तैयारी मुकम्मल कर ली गई है. उन्होंने बताया कि इसे बरमोरिया कोविड-19 सेंटर में इंस्टॉल किया जाएगा. सीएस ने कहा कि माइक्रोबायोलॉजी भेजा जाएगा तभी इस पर काम किया जाएगा.
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