इंदिरा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय हजारीबाग में बरपा है हंगामा
नियुक्ति के बाद 43 कर्मियों के सीज कर लिए गए रजिस्टर
Amarnath Pathak
Hazaribagh : झारखंड में छात्राओं के सबसे प्रतिष्ठित और बड़े विद्यालय इंदिरा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय हजारीबाग में पिछले 10 दिनों से हंगामा बरपा हुआ है. इन सबके पीछे फसाद की जड़ विद्यालय प्रशासन और आउटसोर्सिंग कंपनी जेएमडी के बीच की तनातनी को माना जा रहा है. दरअसल आउटसोर्सिंग से बहाल 43 शिक्षक और कर्मियों का रजिस्टर प्रभारी प्राचार्या ने सील कर लिया है. अब न उन्हें हाजिरी बनाने दिया जा रहा है और न ही उन्हें वेतन मिल रहा है. चार माह पहले अगस्त में रांची की आउटसोर्सिंग कंपनी जेएमडी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड से बहाल हुए कर्मियों को कंपनी की ओर से अगस्त और सितंबर माह का वेतन तो दिया गया, लेकिन उसके बाद अक्टूबर माह का वेतन उन्हें नहीं मिला. अब नवंबर के अंंतिम सप्ताह में उनकी हाजिरी बनाने पर रोक लगा दी गई. इसका विरोध करने पर स्कूल कैंपस में मजिस्ट्रेट बहाल कर पुलिस बुला ली गई और उन्हें गेट के बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. कर्मियों का आरोप है कि लोहसिंगना थाना पुलिस ने उनके साथ दुर्व्यवहार भी किया.
जानिए पूरा मामला
वर्ष 2021 में शिक्षा सचिव और निदेशक स्तर से इंदिरा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में पूरी स्क्रीनिंग के साथ 43 शिक्षकों और कर्मियों को बहाल किया गया. दरअसल स्कूल में शिक्षकों और कर्मियों की कमी थी और सरकार को प्रस्ताव भेजा गया था. इनमें रांची की कंपनी जेएमडी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड की ओर से शिक्षक, अनुदेशिका, मेटर्न, आश्रम सेविका, प्रयोगशाला रक्षक, गार्ड, चौकीदार, रसोइया समेत 19 पदों पर 43 आउटसोर्सिंग कर्मी दिए गए. सभी ने इस वर्ष अगस्त में ज्वाइनिंग की. बहाली के वक्त प्राचार्या तोराबल थीं. उनकी सेवानिवृत्ति के बाद एक अक्तूबर से जिला शिक्षा पदाधिकारी उपेंद्र नारायण को इंदिरा गांधी स्कूल के प्राचार्य का प्रभार सौंपा गया. फिर 19 नवंबर को वहां सीनियर टीचर रेणु ठाकुर को प्रभार नहीं सौंप कुमारी इंदू को प्रभारी प्राचार्य बनाया गया. कुमारी इंदू ने प्रभार संभालते ही आउटसोर्सिंग शिक्षकों और कर्मियों की हाजिरी पर रोक लगा दी और विरोध करने पर पुलिस बल के सहारे शिक्षकों और कर्मियों को यह कहते हुए बाहर का रास्ता दिखा दिया कि ऊपर से आदेश है कि उनकी बहाली सही नहीं है. उन्हें नहीं रखना है.
शिक्षिका ने की थी शिकायत
आउटसोर्सिंग से बहाल हुईं शिक्षिकाएं और कर्मियों के अनुसार शिक्षिका रेणु ठाकुर ने वरीय पदाधिकारियों और विभाग से यह शिकायत की थी कि आउटसोर्सिंग की बहाली सही तरीके से नहीं की गई है. बताया जा रहा है कि सरकार ने उनकी शिकायत को अस्वीकृत कर दिया और कर्मी काम पर यथावत बने रहे. इस संबंध में शिक्षिका रेणु ठाकुर को फोन लगाया गया, लेकिन उन्होंने रिसीव नहीं किया.
विभागीय आदेश से हाजिरी पर लगाई रोक : प्रभारी प्राचार्या
इंदिरा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय की प्रभारी प्राचार्या कुमारी इंदू ने कहा कि विभागीय आदेश से आउटसोर्सिंग कर्मियों की हाजिरी पर रोक लगाई है. वह इस संबंध में कमिश्नर से लेकर शिक्षा सचिव और निदेशक को भी पत्राचार कर चुकी हैं. गर्वनिंग बॉडी की बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि बहाली सही ढंग से नहीं की गई थी. ऐसे में सभी 43 कर्मियों को जेएमडी को लौटाया जा रहा है.
सचिव और निदेशक से बात करने के बाद ही कर्मियों की हुई थी बहाली : जेएमडी
रांची की आउटसोर्सिंग कंपनी जेएमडी के क्षेत्रीय प्रबंधक राहुल कुमार ने बताया कि शिक्षा सचिव और निदेशक से बात होने के बाद ही इंदिरा गांधी स्कूल में 43 कर्मियों की बहाली की गई थी. इसके लिए पूरी प्रक्रिया अपनायी गई थी. पहले दो प्राचार्य के कार्यकाल में सबकुछ ठीक रहा. नई प्राचार्या कुमारी इंदू के पद संभालने के बाद से विवाद शुरू हो गया. दो माह से कंपनी ने कर्मियों को भुगतान किया है. हालांकि सरकार की ओर से कंपनी को भुगतान नहीं मिला है. आवंटन में कभी-कभी दो-चार माह लग जाते हैं. इंदिरा गांधी स्कूल को सरकार पैसे देगी और स्कूल से कंपनी को भुगतान किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जब सरकार ने उनसे मैनपावर की मांग नहीं की, तो फिर बहाली प्रक्रिया कैसे हुई. प्राचार्या की ओर से कंपनी को सरकार का कोई आदेश पत्र नहीं दिया गया है कि कर्मियों को हटा दिया जाए. झारखंड शिक्षा परियोजना में भी उन्होंने कई मैन पावर दिए हैं. कभी कोई विवाद नहीं रहा है.
प्राचार्या को दिखाना चाहिए आदेश पत्र : डीईओ
इंदिरा गांधी स्कूल के प्रभारी प्राचार्य रहे डीईओ उपेंद्र नारायण कहते हैं कि उन्होंने आउटसोर्सिंग कर्मियों के भुगतान की प्रक्रिया की थी, लेकिन भुगतान के पहले ही वहां प्राचार्य बदल दिए गए. वर्तमान प्रभारी प्राचार्या को सरकार का आदेश पत्र दिखाना चाहिए. इससे आउटसोर्सिंग से बहाल कर्मी और कंपनी जेएमडी संतुष्ट हो जाती कि आदेश दिया गया है. इंदिरा गांधी स्कूल प्रशासन ने उसी आदेश का अनुपालन किया है. पत्र नहीं दिखाने से विवाद बढ़ रहा है.
गलत तरीके से हुई बहाली : कमिश्नर
इंदिरा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय गवर्निंग बॉडी के अध्यक्ष सह उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के कमिश्नर चंद्रकिशोर उरांव का कहना है कि गलत तरीके से बहाली की गई है. जेएमडी कंपनी गलत बोल रही है कि सचिव और निदेशक के आदेश से बहाली हुई है. बहाली को गलत पाए जाने के बाद विभाग ने सभी की बहाली को रद्द कर दिया. अब जेएमडी के आउटसोर्सिंग मैन पावर को इंदिरा गांधी स्कूल से कंपनी को वापस किया जा रहा है.
अब कहां जाएं : आउटसोर्सिंग कर्मियों की नौकरी पर लटकी तलवार
जेएमडी से इंदिरा गांधी स्कूल में बहाल 43 आउटसोर्सिंग कर्मियों की नौकरी पर तलवार लटक गई है. पिछले चार माह से काम करनेवाले कर्मी अब कहां जाएं, यह सबसे बड़ा सवाल है. साथ ही अगर उनकी नौकरी जाती है, तो इसका जिम्मेवार कौन है. इन लोगों का कहना है कि अचानक नौकरी चले जाने से उनकी जीवनचर्या प्रभावित हो जाएगी. इन लोगों ने मानवीय संवेदनाओं के आधार पर उनकी बहाली खत्म नहीं करने की गुहार लगाई है. अगर ऐसा नहीं हुआ तो अपने अधिकार की सुरक्षा के लिए कर्मी कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकते हैं.