Niraj Kumar
Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) हर क्षेत्र में अपना दबदबा कायम करते हुए महिलाओं ने तमाम सीमाओं को लांघते हुए पहले आकाश को चूमा, अंतरिक्ष में अपनी धाक कायम की और अब धरती की कोख तक खंगालने का जिम्मा लेने को भी तत्पर हैं. आबादी आधी, मगर सफर पूरी दुनिया का. महिलाओं की भागीदारी आज दुनिया भर के हर सेक्टर में बढ़ रही है. इसके पहले इंजीनियरिंग, खासकर माइनिंग व केमिकल जैसे क्षेत्र में महिलाओं को झांकने का भी कम अवसर मिलता था. परंतु अब हालात बदल गए हैं. महिलाएं कम जोखिम वाले टीचिंग, नर्सिंग आदि क्षेत्र में अपने करियर का चुनाव करती थी. हाल के दिनों में यह ट्रेंड बदल गया दिखता है. इस ट्रेंड की झलक आईआईटी-आईएसएम धनबाद में सत्र 2021-22 के लिए बीटेक नामांकन में भी दिखा. आईआईटी-आईएसएम के आंकड़ों पर नजर डालें तो 2021-22 में बीटेक में 2703 नामांकन हुए, जिनमें छात्राओं की संख्या 509 थी. यह पिछले सत्र में नामांकन के मुकाबले 80 अधिक थी.
माइनिंग व केमिकल इंजीनियरिंग में भी बढ़ी रुचि
वर्ष 2019-20 में बीटेक में नामांकित कुल 859 में छात्राओं का प्रतिशत 17.6 था, जो वर्ष 2020-21 में बढ़कर 927 विद्यार्थियों के मुकाबले 19.1 प्रतिशत हो गया. वर्ष 2021-22 में 1897 के नामांकन में छात्राओं की भागीदारी 353 थी, जो 18.9 प्रतिशत के बराबर थी. आईआईटी-आईएसएम के आंकड़ों के अनुसार केमिकल इंजीनियरिंग, माइनिंग और कंप्यूटर साइंस जैसे स्ट्रीम में छात्राओं का नामांकन 1.5 प्रतिशत बढ़ा है.
संस्थान में लगातार बढ़ रही छात्राओं की संख्या
संस्थान प्रबंधन के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2019-20 में बीटेक में कुल 3295 विद्यार्थी थे, जिनमें छात्राओं की संख्या 370 यानी 11.22 प्रतिशत थी. वर्ष 2020-21 में कुल 3381 विद्यार्थियों में छात्राओं की संख्या 429 व प्रतिशत के हिसाब से 12.68 थी. 2021-22 में बीटेक में 2703 विद्यार्थियों में 509 छात्राएं हैं, जो कुल छात्र संख्या क 18.83% है. संस्थान प्रबंधन के अनुसार विगत चारों वर्ष में अध्ययनरत कुल विद्यार्थियों की संख्या में छात्राओं का प्रतिशत लगातार बढ़ रहा है.
यह भी पढ़ें: धनबाद: असर्फी हॉस्पिटल में खुला नयन श्री नेत्रालय, मिलेगी आसान इलाज की सुविधा