प्यास बुझाने के लिए ग्रामीणों को करना पड़ता है जद्दोजहद
ग्रामीण 200 मीटर दूर से लाते हैं पानी
Chandwa : चंदवा प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत कुसुम टोली गांव के लोगों को बरसात के मौसम में भी पानी के लिए जूझना पड़ रहा है. ग्रामीण हानुक एक्का को बरसात के मौसम में भी पीने और अन्य कामों के लिए 200 मीटर की दूरी से पानी लाना पड़ता है. हानुक एक्का कहते हैं कि उनके घर के बगल में सरकारी चापानल है जो पिछले 6 माह से खराब पड़ा हुआ है. अगल-बगल निजी चापानल है जिसका उपयोग हम नहीं कर पाते हैं. सोलर जल मीनार का कनेक्शन है पर बरसात के मौसम के कारण आसमान में बादल छाए रहते हैं. सूर्य की रोशनी नहीं मिलने की वजह से सोलर जल मीनार काम नहीं करता. मजबूरन उन्हें दूर से पानी लाना पड़ता है.
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क्या कहते हैं पेयजल स्वच्छता विभाग के जेई
खराब पड़े चापानल के बाबत पेयजल स्वच्छता विभाग के जेई सुनील कुमार कहते हैं कि खराब पड़े चापानल की सूचना विभाग को मिलते ही मरम्मत करवा दी जाएगी. सूचना नहीं मिल पाने से समय पर चापानल नहीं बन पाता है.
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