- मजदूरों के अस्थायी गेटपास की अवधि हो चुकी है समाप्त
Kiriburu (Shailesh Singh) : सेल की मेघाहातुबुरु खदान प्रबंधन के लोडिंग, क्रसिंग प्लांट आदि विभागों में शांति कंस्ट्रक्शन नामक ठेका कंपनी के अधीन काम करने वाले 36 सप्लाई मजदूरों ने खदान गेट के बाहर धरना दे दिया है. मजदूरों के गेटपास की समय सीमा खत्म होने के बाद सीआईएसएफ ने खदान के अंदर उन्हें नहीं जाने दिया. इससे उनका रोजगार प्रभावित हो रहा है, जिससे आर्थिक समस्या उत्पन्न होगी. सप्लाई मजदूरों ने बताया कि वे शांति कंस्ट्रक्शन के अधीन काम करते हैं. पिछले तीन माह से ठेका कंपनी हमारा स्थायी गेट पास नहीं बनवा कर 7 से 15 दिन का अस्थायी गेट पास बनवा कर दे रही है. इससे वे कार्य स्थल पर ड्यूटी करते थे. 30 अक्टूबर को गेटपास की समय सीमा समाप्त हो गयी है. किसी तरह 31 अक्टूबर को सीआईएसएफ ने कार्य स्थल पर जाने दिया, लेकिन एक नवम्बर से बिना गेटपास के सीआईएसएफ ने जाने से रोक दिया.
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खदान के अंदर दुर्घटना हुई तो नहीं मिलेगा कोई लाभ
सीआईएसएफ का कहना है कि अगर खदान के अंदर कोई दुर्घटना हो गयी तो उसके लिये जिम्मेदार कौन होगा. बिना गेटपास के आपको दुर्घटना के बाद कोई लाभ भी नहीं मिल पायेगा. मजदूरों ने कहा कि हमारा गेटपास जल्द बनाया जाये, ताकि हम अपने काम पर लौट सकें.
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ठेकेदार ने सीजीएम के समक्ष रखी समस्या
इस मामले में शांति कंस्ट्रक्शंस के मालिक संत प्रसाद तिवारी ने कहा कि 31 अक्टूबर की शाम सीजीएम व सतर्कता विभाग के अधिकारियों के साथ ठेकेदारों ने बैठक कर गेटपास संबंधी समस्या को रखा. हमने अपने मजदूरों का गेटपास बनाने के लिये भी दिया, लेकिन नहीं बनाया गया. आज जब मजदूर काम पर जा रहे थे तो उन्हें सीआईएसएफ ने खदान गेट के अंदर जाने नहीं दिया. इस मामले को लेकर आज पुनः सीआईएसएफ के उप कमांडेंट व प्रबंधन से इस मामले को लेकर बात करेंगे.