- जद्दोजहद के बाद वन विभाग से अनापत्ति तो मिली, अब राजनीति में फंसी
- करीब पौने किमी सड़क निर्माण में लगेंगे 1.1 करोड़ रुपए
- नगर निगम में फंड का है अभाव
Adityapur (Sanjeev Mehta) : आदित्यपुर जेपी उद्यान के रास्ते जय प्रकाश नगर जाने वाली वनभूमि पर सड़क निर्माण फिलहाल खटाई में पड़ गयी है. इससे जय प्रकाश नगर के लोगों में घोर निराशा है. फिलहाल जय प्रकाश नगर वासियों को एक अदद सड़क का इंतजार है. बता दें कि काफी जद्दोजहद के बाद वन भूमि की जमीन पर सड़क निर्माण के लिए वन विभाग से वर्ष 2022 में अनापत्ति मिली थी, जो अब राजनीति के पचड़े में फंसी हुई है. इस सड़क से जय प्रकाश नगर के करीब 500 परिवारों को लाभ पहुंचता, जिसे देखते हुए ही वन विभाग ने एनओसी दी थी. वैन भूमि में करीब पौने किलोमीटर सड़क का निर्माण नाली के साथ होना है. इसका सर्वे कर नगर निगम ने जो इस्टीमेट तैयार किया है. उस पर करीब 1.1 करोड़ रुपए खर्च होने हैं. लेकिन फंड के अभाव में नगर निगम इस योजना का टेंडर नहीं कर पा रही है.
इसे भी पढ़ें : मैडम ने डॉक्टर साहब के नाम ली 5 एकड़ जमीन, झारखंड की कमाई बिहार में इन्वेस्ट
इस बात को लेकर जय प्रकाश नगर के लोगों में आक्रोश है. यहां के लोग जल्द ही सरायकेला के उपायुक्त रविशंकर शुक्ला से मिलकर सड़क निर्माण के लिए फंड की मांग करने वाले हैं. इस बात की जानकारी वार्ड 17 की पूर्व पार्षद नीतू शर्मा ने दी. उन्होंने बताया कि जब वे पार्षद थीं तब वह विभाग से एनओसी लेकर इस्टीमेट तक तैयार करवाई, लेकिन टेंडर होने से पूर्व बोर्ड का कार्यकाल खत्म हो गया. इस दौरान जिले के उपायुक्त और अपर नगर आयुक्त भी स्थानांतरित हो गए, जिससे मामला खटाई में पड़ गया है. उन्होंने बताया कि दूसरी बात यह भी है कि यह सड़क निर्माण जय प्रकाश नगर वासियों के लिए राजनीति का शिकार हो चुकी है. इस सड़क निर्माण को लेकर शुरू में श्रेय लेने की होड़ मची थी. कोई वनभूमि के लिए एनओसी लेने तो कोई एनओसी के बाद विधायक और सांसद के साथ जिले के फंड से सड़क निर्माण कराने का दम्भ भर रहे थे. आज जब नगर निगम ने वन विभाग को अप्लाई कर वन विभाग से एनओसी ले चुकी हूं तो मामला फंड पर आकर अटक गई है. ऐसे में आदित्यपुर नगर निगम के वार्ड 17 स्थित जय प्रकाश उद्यान में वन भूमि के करीब पौने किलोमीटर भूमि पर सड़क के निर्माण के लिए 1.1 करोड़ रुपए का खर्च कहां से आएगा, किस फंड से निर्माण होगा.
इसे भी पढ़ें : राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष गोगामेड़ी की हत्या के विरोध में आज राजस्थान के कई शहरों में बंद बुलाया गया
यह प्रश्न खड़ा हो गया है. ऐसे में जय प्रकाश नगर वासियों को अभी सड़क के लिए इंतजार करना होगा. बता दें कि इस .75 किलोमीटर सड़क के लिए जय प्रकाश नगर के करीब 500 परिवार 10 वर्षों से प्रयासरत हैं. लेकिन पहले वन भूमि का अड़चन था, अब जबकि वन भूमि से एनओसी मिली है तो मामला फंड की उपलब्धता पर आकर अटक गई है. ऐसे में यह सड़क राजनीतिक पचड़े में फंसी है और आने वाले नगर निगम के चुनाव में चुनावी मुद्दा बनने को तैयार है.