Saurav Singh
Ranchi: पलामू डीसी ने जिस कैदी के पैरोल प्रस्ताव को अस्वीकृत कर दिया था, उसी को लेकर हजारीबाग जेल अधीक्षक जितेंद्र कुमार ने गलत सूचना देकर जेल आईजी को गुमराह करने का प्रयास किया. इसे लेकर जेल आईजी ने जेल अधीक्षक से स्पष्टीकरण मांगा है. जेल आईजी सुदर्शन मंडल ने हजारीबाग जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे अनिल कुमार गुप्ता नाम के बंदी के त्रुटिपूर्ण पैरोल प्रस्ताव के संबंध में जेल अधीक्षक से स्पष्टीकरण की मांग की थी.
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जेल अधीक्षक ने स्पष्टीकरण से मुक्त करने का किया था अनुरोध
हजारीबाग जेल अधीक्षक जितेंद्र कुमार सिंह ने 26 फरवरी 2024 को जेल आईजी को पत्र लिखकर स्पष्टीकरण से मुक्त करने का अनुरोध किया था. लिखे पत्र में कहा था कि 14 जून 2023 को पलामू डीसी के द्वारा पैरोल और अस्वीकृति की अनुशंसा पर सुस्पष्ट अनुशंसाओं के साथ अविलंब प्रस्ताव की मांग की गई. जिसे लेकर केंद्रीय कारा पलामू के द्वारा 15 जून 2023 को पलामू डीसी से सुस्पष्ट अनुशंसा के साथ प्रस्ताव की मांग की गई थी. इस आलोक में डीसी पलामू का पत्र 22 जून 2022 को अनुशंसा प्रतिवेदन प्राप्त हुआ. अतः इन तथ्यों के आलोक में मुझे स्पष्टीकरण से मुक्त करने की कृपा की जाए. हालांकि पलामू डीसी ने बंदी अनिल कुमार गुप्ता के पैरोल मिलने के प्रस्ताव को अस्वीकृत कर दिया था.
गलत सूचना देकर जेल अधीक्षक ने गुमराह करने का किया काम
जेल आईजी द्वारा दोबारा मांगे गए स्पष्टीकरण में कहा गया है कि पलामू डीसी ने अनिल कुमार गुप्ता को पैरोल देने के प्रस्ताव को अस्वीकृत कर दिया था. इसके बावजूद भी जेल अधीक्षक ने मुख्यालय को गलत सूचना देकर गुमराह करने का काम किया.
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