Ranchi : अमन साहू गिरोह का आतंक पुलिस के दावे के विपरीत बढ़ रहा है. अमन साहू गिरोह लगातार कोयला कारोबारी, ठेकेदार व अन्य कारोबारियों को धमकी दे रहे हैं. इसी दौरान सोशल मीडिया पर अमन साहू गिरोह के मयंक सिंह ने ओरमांझी में भारत माला सड़क निर्माण करा रही बर्बरीक कंपनी को धमकी दी है. मयंक सिंह ने कहा है कि बर्बरीक कंपनी के लिए मेरा मैसेज है कि अपना काम धंधा समेट कर छत्तीसगढ़ चले जाये. झारखंड में कंपनी को किसी प्रकार का कोई काम करने नहीं दिया जायेगा. इस कंपनी से जुड़े अधिकारी कर्मचारी जो जहां मिलेंगे, उनकी खोपड़ी खोल दी जायेगी. इस पूरे घटनाक्रम को गैंग चुनौती के रूप में लेता है.
रांची पुलिस ने लेवी वसूलने आये दो अपराधियों को किया था गिरफ्तार
50 लाख लेवी देने से आनाकानी करने पर भारत माला सड़क निर्माण कंपनी के कर्मी की हत्या की योजना थी. इस मामले में एसएसपी चंदन सिन्हा के निर्देश पर रांची पुलिस ने अमन साहू गैंग के दो अपराधियों को गिरफ्तार किया था. जिनमें पतरातु थाना क्षेत्र स्थित साकुल गांव का रहने वाला प्रमोद सिंह और अमजद शामिल है. इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर प्रेस विज्ञप्ति जारी कर मयंक सिंह ने कहा है कि रांची पुलिस ने अपने प्रेस विज्ञप्ति में जिन चीजों का उल्लेख किया है वो सत्य से परे है. प्रमोद सिंह और अमजद की गिरफ्तारी ओरमांझी क्षेत्र से करीब 2.30 बजे की गयी है. गिरफ्तारी के वक्त इन लोगों के पास से किसी प्रकार का कोई हथियार की बरामदगी नहीं हुई है. रांची पुलिस ने हथियार प्लांट किया और केस का स्क्रिप्ट खुद लिखा. कंपनी के अधिकारियों ने रांची पुलिस के साथ मिलकर गिरफ्तारी करायी है. गैंग के सदस्य चंदन साहु के भाई और अमन साहु के भाई का नाम जान बुझकर प्रमोद और अमजद के बयान में डाला गया है, जिनका किसी भी तरीके से गैंग से कोई लेना देना नहीं है.
झारखंड पुलिस के दावे के विपरीत बढ़ रहा अमन साहू गिरोह का दबदबा
अमन साहू गिरोह का दबदबा पुलिस के दावे के विपरीत बढ़ता ही जा रहा है. अमन साहू गिरोह कभी व्यवसायियों को धमकी, तो कहीं घर के बाहर फायरिंग कर चुनौती देते नजर आ रहे हैं. वह खुलेआम नाम लेकर कहता है कि अगला निशाना कौन होगा. कुछ हद तक निशाने पर वार भी करते हैं. ऐसे में व्यवसायी वर्ग खौफ में हैं.