Barkagaon (Hazaribagh): हजारीबाग जिला के बड़कागांव में एनटीपीसी की पंकरी बरवाडीह कोल परियोजना अपने शुरुआती दिनों से सुर्खियों में रही है. कंपनी पर भारत सरकार ने दुमहाना नाला में अवैध खनन करने को लेकर जुर्माना भी लगाया. इसके बाद भी एनटीपीसी की एमडीओ त्रिवेणी सैनिक इलाके के जलस्रोतों को नष्ट करने में पर तुली है. वहीं जिला प्रशासन भी पूरे मामले में मूकदर्शक बना हुआ है. नहर भरे जाने के मामले में ग्रामीणों ने हजारीबाग उपायुक्त को आवेदन देकर कंपनी पर कार्रवाई की मांग की है. ग्रामीणों ने अपने आवेदन में कहा है कि सरकार ने पकवा नदी से पानी खेतों तक पहुंचाने के लिए नहर बनाई थी. इस नहर से जुगरा,चेपाखुर्द आरहारा, महटीकरा, लंगातू, तेलियातरी, केरीगढ़ा सहित दर्जनों गांव के खेतों तक पानी जाता था. नहर के पानी से किसान अपनी खेती कर जीवनयापन व बच्चों की पढ़ाई लिखाई करवाते हैं.
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नहर भरी जाने से किसानों के सामने आजीविका का संकट
बता दें कि नहर को भरे जाने से किसानों के जीवनयापन पर खतरा मंडराने लगा है. वहीं एनटीपीसी को भी ग्रामीणों ने लिखित आवेदन देकर भरी जा रही नहर को रोकने की मांग की है. जब कंपनी की ओर से नहर का भरना नहीं रोका गया, तो थक-हार कर किसान उपायुक्त हजारीबाग और स्थानीय विधायक अंबा प्रसाद को भी पूरे मामले को लेकर लिखित सूचना दी है. ग्रामीणों का कहना है कि जब इलाके के जलस्रोत नष्ट कर दिए जाएंगे, तो किसानों का भरन-पोषण कैसे होगा. प्रशासन सिर्फ कंपनी की बात सुनता है, ग्रामीणों के अधिकार इलाके में सुरक्षित नहीं हैं.
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