- करनडीह समेत ग्रामीण क्षेत्रों में बंद रही दुकानें, शहर में सामान्य रहे हालात
- सड़क पर उतरकर बंद समर्थकों ने बंद करायी दुकानें
- जगह-जगह टायर जलाकर जताया विरोध
Jamshedpur (Sunil Pandey) : आदिवासी सामाजिक संगठनों का बुधवार कोल्हान बंद मिश्रित रहा. ग्रामीण एवं आदिवासी बहुल क्षेत्रों में बंद असरदार रहा. बंद समर्थक सड़कों पर उतरकर वाहन एवं दुकानें बंद कराते दिखे. सड़कों पर टायर जलाकर मार्ग अवरूद्ध किया तथा नारेबाजी की. हालांकि शहरी क्षेत्र में दुकानें खुली रहीं एवं वाहन परिचालन सामान्य दिनों की तरह रहा. लंबी दूरी की बसें अपने तय समय से थोड़ा विलंब से चली. जमशेदपुर में बंद का ज्यादा असर करनडीह सुंदरनगर में दिखा. बंद समर्थकों ने करनडीह चौक जाम कर दिया. साथ ही टायर जलाकर विरोध जताया.
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बंद समर्थकों ने घूम-घूम कर दुकाने बंद कराया
इस दौरान बंद समर्थक घूम-घूमकर दुकानें बंद कराते दिखे. इस दौरान करनडीह एवं खासमहल में स्थित पेट्रोल पंप को भी बंद करा दिया गया. मौके पर पुलिस मौजूद रही. लेकिन किसी तरह का विरोध नहीं हुआ. टाटा-हाता रोड में फंसी कुछ गाड़ियां मार्ग बदलकर आना-जाना की. दोपहर बाद वर्षा होने के कारण बंद समर्थक सड़कों से हट गए. जिसके कारण वाहनों का आवागमन धीरे-धीरे सामान्य हो गया. बंद समर्थक जोसाई मार्डी ने कहा कि बंद पूरी तरह सफल रहा. विभिन्न आदिवासी व सामाजिक संगठनों के लोग सड़कों पर उतरकर बंद कराने में सफल रहे.
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संगठन की मुख्य मांगें
आदिवासी संगठन भूमि अधिग्रहण, पेसा कानून लागू करने, शिक्षा व्यवस्था में सुधार, जिला प्रशासन द्वारा जबरन जमीन अधिग्रहण, मुआवजा राशि का भुगतान नहीं करने, 5वीं अनुसूची में सीएनटी-एसपीटी कानूनी लागी करने, आदिवासियों के धार्मिक व सांस्कृतिक स्थलों के साथ हुई छेड़छाड़ नहीं करने, पुलिस-प्रशासन के अत्याचार पर रोक लगाने समेत अन्य मांगें शामिल हैं.