Ranchi : रिम्स के सीटीवीएस विभाग में हजारीबाग स्थित केरेडारी के रहने वाले 39 वर्षीय प्यारेलाल साहु के हार्ट का दोनों वॉल्व बदला गया है. रिम्स के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी मरीज के दोनों वॉल्व को एक साथ रिप्लेस किया गया है. बता दें कि यह मरीज कोविड से भी संक्रमित था. संक्रमण से ठीक होने के एक सप्ताह के बाद ही इस मरीज का ऑपरेशन सीटीवीएस विभाग के एचओडी डॉ अंशुल के नेतृत्व में किया गया. बता दें कि अब तक कोरोना से ठीक होने के करीब तीन महीने के बाद मरीज का ऑपरेशन किया जाता था. डॉ अंशुल ने बताया कि अगर इतने दिनों तक इंतजार करते तो मरीज की जान भी जा सकती थी. इसलिए सभी जांच करने के बाद इनका ऑपरेशन किया गया. मरीज का ऑपरेशन शुक्रवार को किया गया. मरीज पूरी तरह से स्वस्थ हैं. प्यारेलाल की पत्नी ने बताया कि उनके पति काफी परेशान रह रहे थे. अब इलाज हो जाने के बाद उनकी स्थिति में काफी सुधार है.
एक महीने से अधिक दवा पर रखा गया
डॉ अंशुल ने बताया कि मरीज को जब भर्ती कराया गया था, तब इनकी स्थिति बहुत खराब थी. मरीज को दवाइयां देकर पहले स्थिति में सुधार लाया गया. उसके बाद सर्जरी के लिए तैयार किया गया. जब सर्जरी करने की बारी आयी तो मरीज जांच में कोरोना संक्रमित पाया गया. जिसके बाद उन्हें तुरंत ट्रामा सेंटर शिफ्ट करा दिया गया और कोरोना से ठीक होने के एक सप्ताह के बाद ही मरीज का ऑपरेशन किया गया.
इन डॉक्टरों ने दिया योगदान
ऑपरेशन सीटीवीएस के एचओडी डॉ अंशुल के नेतृत्व में किया गया. वहीं इस दौरान एनएसथीसिया के डॉ मुकेश और डॉ नितेश सिन्हा, डॉ खुशबू, डॉ अमिता, डॉ अश्विनी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया. इसके अलावा ओटी टेक्नीशियन शमीम, विशाल,उपेंद्र, राजेंद्र और परफ्यूशनिस्ट अमित ने ऑपरेशन में सहयोग किया.
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