Ranchi: सदर अस्पताल से तीन दिवसीय राज्यव्यापी पोलियो उन्मूलन अभियान की शुरुआत हुई है. 27 फरवरी से 01 मार्च तक आयोजित इस अभियान की शुरुआत अपर मुख्य सचिव (एसीएस) अरुण कुमार सिंह ने बच्चों को दो बूंद जिंदगी की पिला कर की. इसकी शुरुआत रांची में सदर हॉस्पिटल से हुई.
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2011 में मिला था पोलियो का अंतिम मरीज
अपने संबोधन में ACS ने कहा कि झारखंड में 2011 में पोलियो का अंतिम मरीज मिला था. मरीज राज्य के पाकुड़ जिले का रहने वाला था. उसके बाद एक भी पोलियो का मरीज नहीं मिला है. राज्य में हमें इसे कायम रखना है. इसके लिए उन्होंने हर माता-पिता से अपील की है कि अपने बच्चों को जिंदगी की “दो बूंद” पिलाने के लिए जरूर लाएं. आगे उन्होंने कहा कि पोलियो अभियान की शुरुआत के बाद से जो सकारात्मक माहौल बना है उसे हमें जारी रखना हैं. क्योंकि इससे ग्रसित बच्चों की जीवन काफी दुखभरी होती है. उनके हर दिन के सामान्य कामकाज करने की शक्ति पर भी प्रभावित है. इसलिए उन्होंने 5 साल तक के हर बच्चे को पोलियो खुराक दिलाने पर जोर दिया गया है.
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पोलियो उन्मूलन अभियान को सफल बनाने के लिए बनाए गए 4219 बूथ
वहीं जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ शशि भूषण खलखो ने कहा कि पोलियो अभियान को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा प्रचार-प्रसार चल रहा है. इस अभियान की सफलता के लिए 3858 स्थायी बूथ, 211 ट्रांजिट बूथ, हाट मेले के लिए 80 बूथ, 56 मोबाइल टीम के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में प्रखंड स्तर पर 14 एक सदस्य टीम का गठन किया गया है. इस प्रकार जिले में कुल 4219 बूथों को संचालित किया जाएगा.
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