LagatarDesk : अडानी समूह नयी दिल्ली टेलीविजन लिमिटेड (एनडीटीवी) के निवेशकों के लिए खुली पेशकश लेकर आया था. जो सोमवार यानी 5 दिसंबर को बंद हुआ. अडानी को खुली पेशकश में 32 फीसदी सब्सक्रिप्शन मिला. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, खुली पेशकश के तहत अडानी समूह ने 53.27 लाख शेयरों का अधिग्रहण किया है. इस तरह अडानी मीडिया नेटवर्क्स ने एनडीटीवी के ओपन ऑफर में 8 फीसदी अतिरिक्त हिस्सेदारी हासिल कर ली. इसके बाद मीडिया कंपनी में समूह की कुल हिस्सेदारी 37 फीसदी हो गयी. अब अडानी समूह मीडिया कंपनी का सबसे बड़ा शेयरधारक बन गया है. (पढ़ें, सर्वदलीय बैठक में पीएम मोदी ने कहा, G20 की अध्यक्षता भारत के लिए दुनिया को अपनी क्षमता दिखाने का सुनहरा अवसर)
मीडिया कंपनी के संस्थापक से ज्यादा हिस्सेदारी अडानी के पास
बता दें कि अडानी मीडिया नेटवर्क्स ने पहले एनडीटीवी में 29 फीसदी हिस्सेदारी अधिग्रहण कर अप्रत्यक्ष अधिकार हासिल कर लिया था. जिसके बाद समूह मीडिया कंपनी के निवेशकों के लिए खुली पेशकश लेकर आया था. अब एनडीटीवी में अडानी ग्रुप की हिस्सेदारी मीडिया कंपनी के संस्थापक प्रणय रॉय और राधिका रॉय से अधिक हो गयी है. प्रणय रॉय और राधिका रॉय के पास 32 फीसदी हिस्सेदारी है. 37 फीसदी हिस्सेदारी हासिल कर अडानी को एनडीटीवी के बोर्ड से मौजूदा निदेशकों को हटाने या मीडिया कंपनी में नये निदेशकों की नियुक्ति का प्रस्ताव देने का अधिकार भी मिल गया है. हालांकि मीडिया कंपनी ने कार्यकारी सह-अध्यक्ष शेयरहोल्डिंग के आधार पर बोर्ड में बने रह सकते हैं.
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ओपन ऑफर से 34 फीसदी अधिक पर बंद हुआ शेयर
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, सोमवार को एनडीटीवी के शेयर 393.90 रुपये पर बंद हुआ. जो पेशकश मूल्य 294 रुपये से करीब 34 फीसदी अधिक है. पिछले तीन माह की बात करें तो पांच सितंबर को एनडीटीवी के शेयर 540.85 रुपये के उच्चस्तर पर पहुंच गया था. अबतक जितने शेयरों की पेशकश की गयी है वह एनडीटीवी के शेयरों का 8.26 फीसदी है. इसके अलावा अडाणी समूह 29.18 फीसदी हिस्सेदारी पहले ही हासिल कर चुका है. अब कुल मिलाकर मीडिया कंपनी में समूह की हिस्सेदारी 37.44 फीसदी हो गयी.
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