LagatarDesk : आज यानी 27 जनवरी अडानी विल्मर का आईपीओ खुल गया. निवेशक 31 जनवरी 2022 तक इस आईपीओ में निवेश कर सकते हैं. इस आईपीओ के लिए कंपनी 3600 करोड़ जुटाने का लक्ष्य है. पहले दिन ही आईपीओ के लिए 12 फीसदी सब्सक्रिप्शन मिल चुके हैं. वहीं रिटेल निवेशकों का हिस्सा 26 फीसदी बुक हो चुका है.
विल्मर ने आईपीओ का 218-230 रु प्रति शेयर रखा
अडानी विल्मर ने आईपीओ का प्राइस बैंड 218-230 रुपये प्रति शेयर तय किया है. आईपीओ में रखे गये शेयरों की फेस वैल्यू 1 रुपये प्रति शेयर है. निवेशकों को इस कंपनी के आईपीओ में कम से कम 65 शेयर के एक लॉट खरीदने होंगे. जिसके लिए 14,950 का खर्च करना होगा. वहीं निवेशक ज्यादा से ज्यादा 13 लॉट के लिए आवेदन कर सकते हैं. इसके लिए उसे 1,92,350 रुपये खर्च करने होंगे.
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3600 करोड़ रुपये के केवल फ्रेश शेयर होंगे इश्यू
इस आईपीओ के जरिये अडानी विल्मर का 3600 करोड़ जुटाने का लक्ष्य है. यह पूरी तरह से फ्रेश इश्यू होगा. हालांकि कंपनी के प्रमोटर्स और निवेशक अपनी हिस्सेदारी नहीं बेच रहे हैं. यह कंपनी में निवेशकों के विश्वास को दर्शाता है. कंपनी आईपीओ से मिली रकम का इस्तेमाल कर्ज वापस करने और कारोबार को आगे बढ़ाने में करेगी. साथ ही इस रकम का इस्तेमाल पूंजीगत व्यय को निधि देने और अधिग्रहण के लिए भी किया जायेगा.
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अहमदाबाद के अडानी और सिंगापुर के विल्मर ग्रुप का जॉइंट वेंचर
अडानी विल्मर देश की सबसे बड़ी खाद्य और दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनी बनना चाहती है. एब्ल्यूएल अहमदाबाद के अडानी ग्रुप और सिंगापुर के विल्मर समूह का 50:50 का जॉइंट वेंचर है. अडानी विल्मर ने इससे पहले मंगलवार को एंकर इंवेस्टर्स से 940 करोड़ रुपये जुटाए थे. कंपनी ने एंकर निवेशकों को 230 रुपये प्रति शेयर के मूल्य पर 4.09 करोड़ इक्विटी शेयर आवंटित करने का फैसला किया है.
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अडानी समूह के शेयरों में आयी शानदार तेजी
बता दें कि अडानी विल्मर के आईपीओ को अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. क्योंकि निवेशकों का मानना है कि अडानी के बाकी शेयरों की तरह ये शेयर भी उन्हें जबरदस्त फायदा दिला सकता है. पिछले एक साल में अडानी ग्रुप के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखी गयी है. इस समूह के मालिक गौतम अडानी की संपत्ति भी एक साल में बेतहाशा बढ़ी है.
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