Patna: बिहार में मुख्य सचिव के निर्देश पर अवैध बालू खनन रोकने के लिए गंगा नदी के घाटों पर सख्ती और बढ़ा दी गई है. बालू घाटों पर निगरानी के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की भी तैनाती की जाएगी. पटना के अलावा रोहतास, भोजपुर, औरंगाबाद और सारण जिलों में सबसे ज्यादा सतर्कता बरतने को कहा गया है. पुलिस मुख्यालय ने कार्रवाई से जुड़ी रिपोर्ट भी संबंधित जिलों के एसपी को लगातार देने को कहा है. संभव है कि मुख्यालय स्तर पर एक-दो दिन में इसके लिए अतिरिक्त पुलिस बल मिल जाए.
लॉकडाउन से जुड़ी ड्यूटी में लगी पुलिस फोर्स
सूत्रों के अनुसार, जिला पुलिस में मुस्तैद अधिसंख्य पुलिसकर्मी अभी कोविड ड्यूटी पर लगाए गए हैं. चौक-चौराहों पर विशेष चेकिंग के अलावा कोविड अस्पतालों, कोविड केयर सेंटर आदि में भी सुरक्षा को लेकर उनकी तैनाती की गई है. इसके अलावा गश्ती दल में भी पुलिसकर्मी लगे हैं. ऐसे में बालू घाटों की लगातार मॉनीटरिंग के लिए जिला की टीम की ओर से अतिरिक्त पुलिस बलों की मांग की गई है.
जिला प्रशासन से समन्वय कर बनी टीम
पुलिस मुख्यालय की ओर से अवैध बालू खनन पर रोकथाम के लिए जिला प्रशासन से समन्वय स्थापित कर विशेष छापेमार दलों का गठन करने का निर्देश दिया गया है. संबंधित जिलों के एसपी स्तर से इसकी लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है. इसके अलावा मुख्यालय स्तर से भी कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी गई है.
भोजपुर में सबसे अधिक गिरफ्तारी
प्रशासन की ओर से मई माह में की गई कार्रवाई में अभी तक भोजपुर जिले में सबसे अधिक छापेमारी और गिरफ्तारी हुई है. रिपोर्ट के अनुसार, भोजपुर में 205, रोहतास में 158, सारण में 134, पटना में 114, ओरंगाबाद में 77 व कैमूर में 31 छापेमारी हुई है. वहीं अवैध खनन के आरोप में भोजपुर से सबसे अधिक 53, सारण से 34, कैमूर से 31, रोहतास से 28, औरंगाबाद से 12 जबकि पटना से सबसे कम दो लोगों की गिरफ्तारी हुई है.