- शिकायत के बावजूद पुलिस प्रशासन मौन
- अंचल कार्यालय की शह पर धड़ल्ले से बेचे जा रहे प्लॉट
Adityapur (Sanjeev Mehta) : आदित्यपुर नगर निगम के वार्ड 27 में रेलवे कॉलोनी से सटे 2.41 एकड़ सरकारी जमीन पर धड़ल्ले से अवैध निर्माण कार्य जारी है. जबकि इस बात की शिकायत एक सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा अंचलाधिकारी गम्हरिया से की गई है. लेकिन इसके बावजूद पुलिस प्रशासन मौन है. बताया जा रहा है कि इसमें अंचल कार्यालय की शह है जिसके वजह से यह कार्य धड़ल्ले से जा रहे है और बचे हुए जमीन की प्लाटिंग कर बेची जा रही है.
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शिकायतकर्ता रंजन दास ने बताया कि प्लॉट नंबर 1126, 1127, 1128 और 1129 को अवैध कब्जा दिखाकर अंचल कार्यालय की शह पर जमीन की प्लाटिंग कर उसे बेची जा रही है और उसपर निर्माण कार्य भी जारी है. हालांकि पूर्व के अंचलाधिकारी द्वारा एक बार इस अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाकर ध्वस्त किया गया था, लेकिन मौजूदा अंचल प्रशासन इस बात से मौन है और भू माफियाओं की चांदी है. बता दें कि आदित्यपुर में सरकारी जमीन और आवास बोर्ड की सैकड़ों एकड़ जमीन पर लोगों ने वर्षों से अवैध कब्जा कर घर बार बंनाकर रह रहे हैं. इन्हें जिला प्रशासन चाहकर भी हटा नहीं पा रही है.
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आदित्यपुर : टाटा-कांड्रा मुख्य मार्ग पर एम्बुलेंस सेवा छह माह से बंद
- सड़क दुर्घटना में हो रहे घायलों की जा रही है जान
- भाजपा जिलाध्यक्ष ने कहा- सड़क निर्माण एजेंसी पर करेंगे हत्या की प्राथमिकी
Adityapur (Sanjeev Mehta) : आदित्यपुर- टाटा-सरायकेला मुख्य मार्ग पर बीते 6 महीने से घायलों को एंबुलेंस की सुविधा नहीं मिल रही है. तत्काल एम्बुलेंस की सुविधा नहीं मिल पाने के कारण सड़क दुर्घटना से हो रही मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. जिस पर सरकार और प्रशासन चुप्पी साध रखी है. यह झारखंड के मुख्यमंत्री चम्पई सोरेन का गृह जिला के साथ विधानसभा क्षेत्र भी है. ऐसे में यहां की व्यस्ततम सड़क पर रोजाना औसतन 2 से तीन दुर्घटनाएं घटित होती ही है. इनमें से अधिकांश मौत केवल समय पर सड़क दुर्घटना में घायल लोगों को तत्काल इलाज की सुविधा नहीं मिलने के कारण हो रही है.
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ऐसा इसलिए हो रहा है चूंकि बीते 6 महीने से भी अधिक समय से इस मुख्य मार्ग पर चलने वाली जेआरडीसीएल की एम्बुलेंस की सेवा पूरी तरह ठप्प है. बताया जा रहा है कि कंपनी द्वारा एंबुलेंस में ईंधन नहीं भराए जा रहे हैं, वहीं चालकों को भी हटा दिया है. नतीजतन एंबुलेंस सड़क किनारे शोभा मात्र की वस्तु बनकर रह गई है. बता दें कि आपातकालीन एंबुलेंस सेवा 108 सरायकेला जिले में पूरी तरह कारगर नहीं है, जिसके चलते मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. इस मामले पर ना तो परिवहन विभाग गंभीर है ना ही सरकार और न ही स्थानीय प्रशासन. जेआरडीसीएल द्वारा एंबुलेंस सेवा रोके जाने के विरुद्ध भाजपा जिला अध्यक्ष उदय सिंहदेव ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वे जेआरडीसीएल के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज करेंगे.
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उन्होंने बताया कि हाल ही में एक व्यक्ति की मौत सिर्फ समय से एंबुलेंस उपलब्ध नहीं होने के चलते हुआ है. ऐसे में उसे व्यक्ति की दुर्घटना में मौत नहीं हुई बल्कि जेआरडीसीएल ने उसकी हत्या की है. इस मामले को लेकर कंपनी के विरुद्ध अपराधिक हत्या का मामला दर्ज कराया जाएगा. बता दें कि टाटा कांड्रा मुख्य मार्ग पर 24 घंटे की तात्कालिक एम्बुलेंस सेवा से सैकड़ों लोगों की जान बचती थी जो पिछले छह माह से बंद है. यह बात चर्चा का विषय बना हुआ है. कई सामाजिक संगठनों को भी यह बात मालूम है लेकिन इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रहे हैं. यह चिंतनीय है.