Adityapur : नगर निगम क्षेत्र के वार्ड 16 और 17 में इन दिनों भीषण पेयजल संकट उत्पन्न हो गया है. यहां के सभी लोग 600 रुपये में 1000 लीटर पानी खरीद अपनी और अपने परिवार की प्यास बुझाने को मजबूर हैं. विदित हो कि वार्ड 16 में पाइपलाइन जलापूर्ति की सुविधा तो है लेकिन उन्हें जलापूर्ति का लाभ नहीं मिल पा रहा है. पाइपलाइन जलापूर्ति मुश्किल से आधी रात को आधे घंटे के लिये ही होती है. ऐसे में रतजगा कर थोड़ा बहुत पानी भर लिया गया तो ठीक वरना इनके पास पानी खरीदने के सिवाय कोई चारा नहीं होता है.
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सात हजार की आबादी के लिये महज एक टैंकर
इस संबंध में वार्ड की पार्षद राजरानी महतो का कहना है कि जल संकट के बीच उन्हें नगर निगम से महज एक टैंकर 12000 लीटर का दिया जाता है. लेकिन करीब सात हजार की आबादी के लिये वह ऊंट के मुंह में जीरा के समान साबित होता है. उन्होंने बताया कि पिछले एक महीने में तीन बार वो बस्तीवासियों के साथ पीएचईडी कार्यालय का घेराव कर चुकी हैं. घेराव के बाद तीन-चार दिन तक पाइपलाइन से जलापूर्ति ठीक होती है, लेकिन फिर पानी को लेकर वही समस्या उत्पन्न हो जाती है.
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पाइपलाइन से नहीं मिल पा रही है भरपूर जलापूर्ति
पार्षद ने बताया कि नगर निगम के अपर आयुक्त और मेयर बात सुनकर अनसुनी कर दे रहे हैं. उन्होंने बताया कि पीएचईडी कार्यालय से पता चला है कि जिस टंकी से पाइपलाइन जलापूर्ति होती है, उसी टंकी से टैंकर भी भरे जाते हैं. ऐसे में टंकी भर नहीं पाता है लिहाजा पाइपलाइन जलापूर्ति में कटौती की जा रही है. इस कारण पाइपलाइन जलापूर्ति में प्रेशर नहीं होता और लोगों को पाइपलाइन से भरपूर जलापूर्ति नहीं मिल पा रही है.
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गर्मी में सूख चुके हैं बोरिंग, ग्राउंड लेवल वाटर 600 फीट से नीचे
मालूम हो कि वार्ड 17 की स्थिति तो 16 से भी दयनीय है. यहां करीब 10 हजार की आबादी बस्ती है, लेकिन यहां पाइपलाइन जलापूर्ति की व्यवस्था नहीं है. सभी लोग ग्राउंड वाटर जलापूर्ति पर निर्भर हैं. गौरतलब है कि एक-एक परिवार चार-चार बार बोरिंग करा चुके हैं. लेकिन गर्मी में बोरिंग भी सूख चुके हैं, ग्राउंड लेवल वाटर 600 फीट से नीचे जा चुकी है. ऐसे में इस वार्ड को भी नगर निगम द्वारा 12000 लीटर का एक टैंकर पानी भेजा जाता है, जो नाकाफी साबित हो रहा है.
नगर निगम कर रहे बात अनसुनी : पार्षद
वहीं, पार्षद नीतू शर्मा कहती हैं कि मेरी मजबूरी है कि मैं हर एक मुहल्ले में एक ही टैंकर भेज पाती हूं, जिससे लोगों में काफी नाराजगी है. विदित हो कि पार्षद नीतू शर्मा ने नगर निगम से हर दिन कम से कम चार टैंकर पानी की मांग की है, लेकिन उनकी बात को भी अनसुना कर दिया जा रहा है.
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