Adityapur (Sanjeev Mehta) : ग्राम प्रधान महासभा रजिस्ट्री ऑफिस में मुखिया द्वारा बनाए जाने वाले वंशावली का विरोध करेगा. यह निर्णय रविवार को ग्राम प्रधानों की नई कार्यकारिणी के अभिनन्दन समारोह में ली गई है. रविवार को छोटा गम्हरिया स्थित शहनाई भवन में पदाधिकारियों का अभिनंदन किया गया. जिसकी अध्यक्षता महासभा के केंद्रीय अध्यक्ष विशु हेंब्रम ने किया. इस मौके पर उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को 1932 के ख़ातियान के आधार पर स्थानीयता नीति बनाने को लेकर कैबिनेट की बैठक में पारित करने पर धन्यवाद देते हुए उनका आभार व्यक्त किया. समारोह में ग्राम प्रधानों के अधिकार व कार्यों पर चर्चा हुई जिसमें रजिस्ट्री कोर्ट में ग्राम प्रधान द्वारा बनाए गए वंशावली को मान्यता नहीं देने पर आक्रोश जताया गया.
इसे भी पढ़ें :सरायकेला : मंडल कारा में जेल अदालत सह विधिक जागरुकता शिविर आयोजित
केंद्रीय कमेटी का विस्तार और जिला व प्रखंड अध्यक्ष की घोषणा की गई
चूंकि वहां मुखिया द्वारा बनाए गए वंशावली को ही मान्यता दी जा रही है. इसके लिए राज्य सरकार तथा जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर ग्राम प्रधान द्वारा बनाए गए वंशावली को मान्यता देने की मांग की जाएगी. साथ ही बालू घाटों को ग्राम सभा के लोगों को देने की मांग करने का भी निर्णय लिया गया. मौके पर पुराने ग्राम प्रधानों को हटाकर नया ग्राम प्रधान बनाने की प्रक्रिया का विरोध करने का निर्णय भी लिया गया. इस मौके पर महासभा के केंद्रीय कमेटी का विस्तार करते हुए जिला व प्रखंड अध्यक्ष के नामों की घोषणा की गई. केंद्रीय कमेटी में सीताराम तियू व खालिद खान को महासचिव तथा शंकर सोय को सचिव मनोनीत किया गया. इसके अलावा सूरज लाल महतो को सरायकेला-खरसावां जिलाध्यक्ष तथा छुटूलाल सरदार को गम्हरिया प्रखंड अध्यक्ष मनोनीत किया गया. अभिनंदन समारोह में सोनाराम मांझी, धर्मेंद्र महतो, धीरेंद्र नाथ महतो, जय गणेश सरदार, बुधराम हांसदा, साहेब राम टूडू समेत जिले के विभिन्न पंचायतों के काफी संख्या में ग्राम प्रधान उपस्थित थे.
इसे भी पढ़ें :बहरागोड़ा : लाखों की लागत से स्थापित बंबू प्रोडक्ट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट सुपर फ्लॉप