Adityapur: कोरोना काल में भी आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र में सफाई व्यवस्था भगवान भरोसे ही है. ऐसी बात नहीं है कि निगम प्रशासन सफाई के पीछे खर्च नहीं कर रहा. निगम ने अच्छी योजना बना रखी है, आधारभूत संरचना भी हैं लेकिन सारी योजनाएं वहां जाकर फेल हो जाती हैं जब उठाए गए कचरे का प्रबंधन नहीं हो पाता. ऐसे में कचरा उठाव के बाद निगम प्रशासन के पास मुश्किल है कि वो कचरे को कहां फेंके, कैसे इसका प्रबंधन करें. हालांकि सिटी प्रबंधक कहते हैं कि वर्तमान में तीन अलग-अलग जगहों पर कचरा डंपिंग हो रहा है, लेकिन प्रत्येक दिन कचरा उठाव संभव नहीं हो पा रहा.
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जिला प्रशासन जमीन देती है पर पोजेशन नहीं मिलता
निगम प्रशासन ने कचरा निपटान के लिए जिला प्रशासन से तीन बार जमीन अलॉट कराई लेकिन एक बार भी जमीन का पोजेशन नहीं ले सका. वर्षों से आदित्यपुर के साथ जमशेदपुर के चारों निकायों से निकलने वाले कचरे के प्रबंधन के लिए जमीन तलाशी जा रही थी, जमीन खैरबनी में मिली भी लेकिन ग्रामीणों के विरोध की वजह से अब तक वहां सीमांकन तक नहीं हो पाया है. नगर निगम के अपर आयुक्तै गिरिजा शंकर प्रसाद ने बताया कि निगम को जिस जगह 30 एकड़ जमीन मिली वर्तमान में वहां 10 एकड़ जमीन एक प्राइवेट स्कूल के द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया है. इसके अलावा वहां के ग्रामीण निगम पदाधिकारियों का सेंदरा करने का एलान कर चुके हैं. सरायकेला जिला प्रशासन ने भी आदित्यपुर नगर निगम को तीन जगह जमीन दी लेकिन आसपास के लोग पोजेशन लेने नहीं दे रहे हैं.
निगम के पास सफाई के संसाधन पर एक नजर
सफाईकर्मी : 310 सामान्य और 100 स्पेशल टास्क सफाईकर्मी, कचरा कॉलेक्टर वाहन 45, ट्रैक्टर 04, जेसीबी 02, 200 मूवेबल डस्टबिन के अलावा एसएचजी ग्रुप द्वारा साइकल रिक्शे से कचरा का उठाव हो रहा है.