Lucknow : सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राम मंदिर(अयोध्या) के आस-पास जमीन खरीदने का मामला गर्मा गया है. खबर आयी है कि ये जमीनें अधिकारी से लेकर पुलिस अफसर, नेताओं, उनके परिवारवालों सहित अन्य ने खरीदी है. अब इस मामले में योगी सरकार ने जांच के आदेश दे दिये हैं. जांच विशेष सचिव राधेश्याम मिश्रा के हवाले की गयी है. उनसे पांच दिन के अंदर जांच रिपोर्ट मांगी गयी है.
अयोध्या में भाजपाई लूट का पर्दाफाश…#AyodhyaLandDeal #Ayodhya pic.twitter.com/95jTZN02qY
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) December 22, 2021
बड़े अधिकारियों ने औने-पौने दामों में जमीनें खरीदी
चुनावी मौसम में राज्य सरकार की इस कार्रवाई को काफी अहम माना जा रहा है. बता दें कि विपक्ष लगातार आरोप लगा रहा है कि राम मंदिर के नाम पर बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार हो रहा है. इंडियन एक्सप्रेस की एक खबर के अनुसार सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कई बड़े अधिकारियों ने औने-पौने दामों में जमीनें खरीदी थी. इनमें अयोध्या के कमिश्नर रहे एमपी अग्रवाल, मेयर ऋषिकेश उपाध्याय, आईपीएस दीपक कुमार, रिटायर्ड आईएएस उमा धर द्विवेदी, पीपीएस अरविंद चौरसिया के नाम शामिल हैं.
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विपक्ष ने मोदी सरकार पर हल्ला बोल दिया
जांच के आदेश के बीच विपक्ष ने मोदी सरकार पर हल्ला बोल दिया है. कांग्रेस सीधे पीएम मोदी से स्पष्टीकरण मांग रही है.रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि अंधेर नगरी-चौपट राजा..अयोध्या में लूट पर प्रधानमंत्री मोदीजी मौन है, आदरणीय मोदी जी, इस खुली लूट पर अब आप कब बोलेंगे? राहुल गांधी ने भी इस मुद्दे को हिंदु और हिंदुत्ववादी वाली बहस से जोड़ दिया है. वे कहते हैं कि हिंदू सत्य के रास्ते पर चलता है. हिंदुत्ववादी धर्म की आड़ में लूटता है.
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किसने कितनी जमीन खरीदी
अयोध्या में कमिश्नर रहे एमपी अग्रवाल के ससुर केपी अग्रवाल ने दिसंबर 2020 में महर्षि रामायण विद्यापीठ ट्रस्ट से 31 लाख रुपए में 2530 वर्ग मीटर जमीन बरेटा माझा गांव में खरीदी. कमिश्नर अग्रवाल के बहनोई आनंद वर्धन ने महर्षि रामायण विद्यापीठ ट्रस्ट से ही 15.50 लाख रुपए में 1260 वर्ग मीटर जमीन ली.
अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय ने फैसला आने से 2 माह पहले सितंबर 2019 में 30 लाख रुपए में 1480 वर्ग मीटर जमीन खरीदी थी. जुलाई 2018 में ऋषिकेश उपाध्याय ने अयोध्या के काजीपुर चितवन में दान के रुप में 2530 वर्ग मीटर जमीन ली जिसकी कीमत एक करोड़ से अधिक बताई जा रही है.
डीआईजी रहे दीपक कुमार के ससुराल पक्षवालों ने जमीन खरीदी
अयोध्या में तैनात रहे एडिशनल एसपी अरविंद चौरसिया के ससुर संतोष चौरसिया ने जून 2021 में रामपुर हलवारा गांव में 4लाख में 126.48 वर्ग मीटर जमीन खरीदी. डीआईजी रहे दीपक कुमार के ससुराल पक्षवालों ने भी 1020 वर्ग मीटर जमीन महर्षि रामायण ट्रस्ट से 19 लाख 75000 में ली है. हालांकि दीपक कुमार जमीन के सौदा के वक्त अयोध्या में तैनात नहीं थे. डीआईजी रेंज अलीगढ़ दीपक कुमार ने सफाई दी है कि उनका इस जमीन की खरीद-फरोख्त से कोई लेना देना नहीं है ना ही उनकी जानकारी में रहा है.
विधायक इंद्र प्रताप तिवारी ने 2593 वर्ग मीटर जमीन खरीदी
गोसाईगंज से विधायक रहे इंद्र प्रताप तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी ने महर्षि रामायण विद्यापीठ ट्रस्ट से 30 लाख रुपए में 2593 वर्ग मीटर जमीन खरीदी. साथ ही खब्बू तिवारी के बहनोई राजेश मिश्रा ने राघवाचार्य के साथ मिलकर बरहेटा गांव में 6320 वर्ग मीटर जमीन 47.40 लाख रुपए में खरीदी. अयोध्या के एक अन्य विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने दिसंबर 2020 में सरयू नदी के पार गोंडा के महेशपुर में 4 करोड़ में 14860 वर्ग मीटर जमीन खरीदी.
वहीं इनके भतीजे तरुण मित्तल ने नवंबर 2019 में बरहटा माझा में 5174 वर्ग मीटर जमीन 1.15 करोड़ रुपए में खरीदी. अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य बलराम मौर्या ने अयोध्या मंदिर निर्माण स्थल से 5 किलोमीटर दूर गोंडा के महेशपुर गांव में ₹50लाख में 9375 वर्ग मीटर जमीन खरीदी.