Dhanbad : जामताड़ा के बाद अब धनबाद का लोयाबाद साइबर क्राइम का अड्डा बनता जा रहा है. ताजातरीन मामला बंगाल के सुंदरवन निवासी एक रिटायर्ड आर्मी ऑफिसर शासतकी रंजन राना के अकाउंट से 9 लाख रुपए उड़ाने का है. इस साइबर ठगी के सूत्र लोयाबाद से जुड़े हैं. कोलकाता पुलिस ने 25 नवंबर को छापेमारी कर लोयाबाद पाउची से दो साइबर ठगों को गिरफ्तार किया. ठगों के नाम कलीम और जाबीर है. कलीम लोयाबाद तथा जाबीर पुटकी का रहने वाला है.
दोनों के खाते खंगालने पर ठगी का रकम इन दोनों के खाते में ट्रांजेक्शन होने का पता पुलिस को चला. कलीम के खाते में 20 हजार और जाबीर के खाते में 12 हजार रुपए ट्रांजेक्शन हुए. इसी आरोप में दोनों की गिरफ्तारी हुई.
कोलकाता साइबर क्राइम पुलिस के सब इंस्पेक्टर सुद्दी सरकार ने बताया कि भुक्तभोगी रिटायर्ड आर्मी ऑफिसर के अकाउंट से साइबर ठगों ने नौ लाख रुपए उड़ाने के लिए अलग-अलग अकाउंट का इस्तेमाल किया. तहकीकात करने पर इन दोनों के खाते में भी रुपए ट्रांजेक्शन होने का पता चला.
नौ लाख रुपए उड़ाने के इस मामले में पुलिस साइबर ठग के किंगपिन तक पहुंचना चाहती है. अब तक के पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि इसके तार जामताड़ा और धनबाद से जुड़े हैं. जिस खाते में रकम ट्रांजेक्शन हुए वह कलीम की पत्नी रहना के नाम से है. उस खाते में मोबाइल नंबर उसके पति कलीम का है. केंदुआ के एक युवक ने कलीम के बेटे से उसका अकाउंट नंबर मांगा था. उसने अपनी मां रहना का अकाउंट नंबर दे दिया. इसी खाते में साइबर ठगों ने रुपए भेजे. उस रुपए को उसने निकालकर केंदुआ के युवक को दे दिया. वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि साइबर ठगी के इस मामले में बेटे की नादानी से पिता कलीम को जेल जाना पड़ा.
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