Hazaribagh: पुलिस की लाख कोशिश के बावजूद साइबर ठगी के मामले थम नहीं पा रहे हैं. आए दिन लोग ठगी के शिकार हो रहे हैं. इन दिनों हजारीबाग में भी कुछ ऐसा ही हो रहा है. पम्मी ट्रैवल्स में लोग ऑनलाइन ठगी के शिकार हो रहे हैं. क्योंकि यदि आपने पम्मी ट्रैवल्स की गाड़ी से सफर करने के लिए ऑनलाइन टिकट बुक की है तो फिर सावधान हो जाएं. हो सकता है कि जिस गाड़ी में अपने टिकट बुक कराया है, वह आए ही नहीं और उस बस के रद्द होने की सूचना भी आपको ना दी जाए. साथ ही साथ आपके ऑनलाइन कटे पैसे भी वापस मिलने की तो भूल ही जाइए. इस तरह की घटना इन दिनों लगातार घट रही है. पम्मी ट्रैवल्स की एसी गाड़ियां हजारीबाग से रांची,धनबाद,कोलकाता,गिरिडीह समेत कई जिलों में संचालित होती है. इसके लिए पम्मी ट्रैवल्स की ओर से लोगों को ऑनलाइन टिकट बुक कराने की सुविधा भी है.
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टिकट बुक होते ही आता है SMS
पम्मी ट्रैवल्स में ऑनलाइन टिकट बुक करके ऑनलाइन पेमेंट करते ही एक एसएमएस आता है. जो टिकट कंफर्मेशन का मैसेज होता है, साथ ही ईमेल आईडी पर भी टिकट का पीडीएफ भेज दिया आता है. जिसके बाद यात्री निश्चिंत हो जाते हैं कि टिकट ऑनलाइन कट गई और सफर को लेकर कोई झंझट नहीं है. लेकिन इस बुकिंग के बाद पम्मी ट्रैवल्स का असली खेल शुरू होता है. क्योंकि गाड़ी के लिए यात्री जैसे ही बस अड्डे पहुंचते हैं और बस इंतजार में ही सारा वक्त कट जाता है. वो इसलिए क्योंकि गाड़ी किसी कारण कैंसिल है तो इसकी कोई सूचना आपको नहीं दी जाएगी.
आपको भेजे गए एसएमएस में जिस व्यक्ति का संपर्क नंबर दिया हुआ होगा, वह व्यक्ति इस पूरे मामले से अपने आप को अनभिज्ञ बताएगा. साथ ही साथ वह आपकी किसी भी तरह की सहायता करने में अपने आप को असमर्थ बताएगा. इतना ही नहीं अगर आपने बस स्टैंड में स्थित इसके एजेंट से बात की, तो वह आपको ऑनलाइन पेमेंट होने और ऑनलाइन टिकट बुक होने के कारण आपकी किसी भी प्रकार से सहायता करने से पल्ला झाड़ लेगा. ऐसा लगातार हो रहा है.
बस पड़ाव में अन्य कई यात्रियों से जब लगातार के संवाददाता ने बात की, तो पता चला कि ऐसी घटना कई लोगों के साथ हो चुकी है. लोग कुछ देर बस एजेंट से झगड़ा करते हैं, लेकिन उन्हें कहीं जाना होता है इसलिए वे मन मसोसकर रह जाते हैं.
एजेंट ने झाड़ा इससे पल्ला
एक बस पड़ाव के एजेंट शशि ने बताया कि पम्मी ट्रैवल्स की साइट कोरोना के समय भी ओपन थी और तब भी टिकट की बुकिंग जा रही थी. बताया कि, लोगों के ऑनलाइन पैसे भी कट जा रहे थे. उस दौरान भी बड़ी संख्या में ऐसे ट्रांजैक्शन हुए, लेकिन उसकी भी वापसी संभवत नहीं ही हुई है. अनुमान लगाया जा रहा है कि अगर उस पूरे रकम को देखा जाए तो वह लाखों में होगी.
पूरे मामले पर जब पम्मी ट्रैवल्स के मैनेजर टिंकू खान से बात की गई, तो उसने भी ऐसे मामले में लाचारी बताई और कहा ऑनलाइन बुकिंग में ऐसी समस्या है. साथ ही कहा कि तत्काल हम कुछ नहीं कर सकते.
लोग बस स्टैंड की भीड़भाड़ और भागदौड़ से बचने के लिए ऑनलाइन टिकट बुकिंग का सहारा लेते हैं. लेकिन अगर ऐसी लापरवाही और ठगी उन्हें मिले तो इसपर परिवहन विभाग को संज्ञान में लेने की जरूरत है, वरना आये दिन लोग ठगी के शिकार होते रहेंगे.
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