Ranchi : अलकतरा घोटाला में ईडी ने चार आरोपियों पर सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर किया है.बुधवार को क्लासिक कोल कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड, क्लासिक मल्टीप्लेक्स प्राइवेट लिमिटेड और उनके निदेशक दिलीप कुमार सिंह और कुमार प्रणव के खिलाफ पूरक आरोप पत्र दायर किया है. लाउंड्रिंग एक्ट में 1.83 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्ती मामले में यह सप्लिमेंट्री चार्जशीट दाखिल किया गया है.
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6.88 करोड़ रुपये का है अलकतरा घोटाला
जानकारी के मुताबिक, अलकतरा घोटाला 6.88 करोड़ रुपये का है. इस मामले में ईडी ने दो बार आरोपियों की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई भी की है. ईडी ने अपने सप्लिमेंट्री चार्जशीट में बताया है कि 1.83 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्ती के मामले में तीन अचल संपत्ति शामिल हैं.
वहीं इस मामले में ईडी ने रांची और रामगढ़ में संपति को जब्त किया है. ये संपत्ति मेसर्स क्लासिक कोल कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स क्लासिक मल्टीप्लेक्स प्राइवेट लिमिटेड और कंपनी के प्रबंध निदेशक पवन कुमार सिंह के नाम पर था.
ईडी ने मनी लाउंड्रिंग एक्ट में इस घोटाले की जांच शुरू की है
सीबीआइ की रांची स्थित कार्यालय दर्ज मामला और दाखिल चार्जशीट के आधार पर ही ईडी ने मनी लाउंड्रिंग एक्ट में इस घोटाले की जांच शुरू की थी. इसमें मेसर्स क्लासिक कोल कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड, प्रबंध निदेशक पवन कुमार सिंह, मेसर्स क्लासिक कोल कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के दूसरे निदेशक दिलीप कुमार सिंह, आरसीडी विभाग के 22 इंजीनियर्स और दो अज्ञात आरोपी बनाये गये थे.
आरोपियों ने 492 फर्जी दस्तावेज बनाकर आरसीडी विभाग को दिखाया कि एचपीसीएल के पश्चिम बंगाल स्थित रामगनगर से 4630 मीट्रिक टन अलकतरा सड़क निर्माण के एवज में लिया. इसके एवज में विभाग से 6.88 करोड़ रुपये का भुगतान लिया. ईडी ने जांच के दौरान पाया कि अलकतरा घोटाले की राशि से ही आरोपियों ने अपनी संपत्ति खड़ी की है.
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