Ranchi : प्राकृतिक आपदा वज्रपात से बचाव को लेकर झारखंड अलर्ट मोड पर है. इसको लेकर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अभियान निदेशक ने सभी जिले सिविल सर्जनों को निर्देश दिया है. अभियान निदेशक ने सिविल सर्जनों को आकाशीय बिजली और प्राकृतिक आपदाओं से बचाव को लेकर अलर्ट रहने का निर्देश दिया है. (पढ़ें, नालंदा : सरकारी स्कूलों में फहराया गया सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया का झंडा, बच्चों की सलामी देते फोटो वायरल)
वज्रपात से करीब एक दर्जन छात्र झुलस गये थे
दरअसल 23 जुलाई को बोकारो जिले के जरीडीह थाना क्षेत्र अंतर्गत बांधडीह स्थित मध्य विद्यालय में दोपहर को तेज चमक के साथ वज्रपात हुआ था. इस दौरान स्कूल में बच्चे पढ़ रहे थे. आकाशीय बिजली गिरने से स्कूल के करीब एक दर्जन छात्र झुलस गये थे. इस घटना से सीख लेते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अभियान निदेशक ने अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है.
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जीवन रक्षक दवाइयां और मेडिकल स्टाफ की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश
विभाग के जारी निर्देश के मुताबिक, पर्याप्त संख्या में मेडिकल स्टाफ और अन्य सुविधाओं को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है. वहीं सभी जिलों के अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में जीवन रक्षक दवाइयां उपलब्ध करने का निर्देश दिया है. साथ ही एएनएम, सहिया पर्यवेक्षक को स्थानीय स्तर पर आपात सेवा स्थापित करने का निर्देश दिया गया.
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108 एंबुलेंस सेवा को रखा गया है अलर्ट
वज्रपात की घटना में घायलों को सही समय पर अस्पताल पहुंचाने को लेकर 108 एंबुलेंस को अलर्ट पर रखा गया है. ताकि मरीज को जल्द से जल्द नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र तक लाया जा सके.
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आकाशीय बिजली से ऐसे करें बचाव
- धातु के उपकरण, पानी के पाइप, बिजली का संचालन करने वाले सामग्री या सतहों को न छुएं.
- बिजली-टेलीफोन के खंभे, ऊंचे पेड़, छत, मचान, पहाड़ी और लोहे की बड़ी गाड़ियों से दूरी बनाकर रखें.
- पानी से दूर रहें. तालाब, नदी के किनारे, नाव और खुले स्थानों पर ना रहे.
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