Ranchi: वन विभाग के तत्कालीन महिलौंग रेंजर राकेश कुमार सिंह के खिलाफ पौधरोपण के नाम पर करोड़ों रुपये घोटाला करने समेत अन्य बिंदुओं पर झारखंड हाईकोर्ट में याचिका दाखिल किए जाने के बाद वन विभाग द्वारा लीपापोती का काम शुरू कर दिया गया है. यह आरोप हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने वाले वन विभाग के पूर्व कर्मी कामेश्वर प्रसाद ने लगाया है, जबकि उनके द्वारा लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए वर्तमान रेंजर ने कहा है कि यह रूटीन वर्क है और विभाग नदी का पानी नीचे उतरने का इंतजार कर रहा था.
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72वां वन महोत्सव कार्यक्रम के दौरान लगाए गए 3111 पौधे डूब गये हैं
प्रार्थी सह वन विभाग के रिटायर्ड कर्मी के मुताबिक तत्कालीन रेंजर राकेश कुमार सिंह द्वारा जिन जगहों पर पौधरोपण कार्य में करोड़ों रुपये गबन करने का आरोप लगाया गया है. उन कार्यों की लीपापोती करने का काम महिलौंग प्रक्षेत्र के वर्तमान रेंजर राजेश कुमार द्वारा करवाया जा रहा है. 72वां वन महोत्सव कार्यक्रम के दौरान लगाए गए 3111 पौधे पूरी तरह से डूब गए थे. उसी जगह पर अचानक शनिवार की सुबह में मजदूरों को लगाकर लीपापोती का काम शुरू कर दिया गया है. वन महोत्सव के दौरान लगाए गए लगभग सभी पौधे पूरी तरह डैम के पानी में डूब जाने से मर गए हैं. आनन-फानन में उसी स्थान पर जैसे-तैसे जलकुंभी को हटाकर, कम गड्ढा खोद कर, छोटे साइज के पौधे लगाए जा रहे हैं. वह स्थान डूबा हुआ क्षेत्र में पड़ता है और प्रत्येक वर्ष वह क्षेत्र डैम के पानी में जलमग्न हो जाता है. वर्तमान रेंजर राजेश कुमार द्वारा उसी स्थान पर पौधे लगाया जाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और सरकार की राशि का दोबारा दुरुपयोग है.