Anandpur (Arvind lohar) : आनंदपुर प्रखंड के मुख्य बाजार स्थित विकसित मंगलवार साप्ताहिक हाट का शेड पूरी तरह से जर्जर हो गया है. शेड का पिलर कभी भी टूट कर गिरने की कगार पर है. वहीं छत पर लगा अल्बेस्टर भी सड़ गया है. यहां बारिश के दिनों में जर्जर शेड के ऊपर ही त्रिपाल बांधकर दुकान लगाया जाता है. ऐसी जर्जर अवस्था में ही व्यापारी मजबूरन जान जोखिम में डालकर दूकान लगाने को मजबूर हैं. स्थानीय ग्रामीणों के मुताबिक बाजार के अंदर बने शेड को 30 साल हो गए हैं. लेकिन रख-रखाव व मरम्मत का काम आज तक नहीं किया गया है.
इसे भी पढ़े : जमशेदपुर : स्टेशन मेन रोड पर हाईवा ने साइकिल सवार को रौंदा, मौत
साप्ताहिक हाट में आते हैं लगभग 8 से 10 हजार लोग
विदित हो कि साप्ताहिक हाट में लगभग 8 से 10 हजार लोग आते हैं और तरह-तरह की दुकानें लगाते हैं. उसमें से भी कई लोग खरीदारी करने में रहते हैं. उसके बाद भी आज तक जर्जर शेड की किसी प्रकार की रेपयरिंग नहीं की गई है. साप्ताहिक हाट को दुरुस्त करने के लिए न तो जिला प्रशासन और न ही प्रखंड के कोई अधिकारी सुध ले रहे हैं. ऐसे में भगवान भरोसे जर्जर शेड में लोग दुकान लगा रहे हैं. अगर जर्जर शेड को दुरुस्त नहीं किया गया तो कभी भी एक बड़ी घटना हो सकती है.
इसे भी पढ़े : चाईबासा : कोरोना काल में सदर अस्पताल में स्थापित ऑक्सीजन प्लांट अब तक नहीं हुआ शुरू
लगभग 30 वर्ष पहले शेड का हुआ था निर्माण कार्य : मुनिलाल सुरीन
इस संबंध में आनंदपुर राज्य परिवार के वरिष्ठ सदस्य प्रताप रूद्र सिंहदेव ने कहा कि आनंदपुर के साप्ताहिक हाट का जीर्णोद्धार होना अतिआवश्यक है. बाजार में स्थित सभी शेड की हालत काफी जर्जर हो गई है. लोग जान हंथेली में रखकर दुकान लगाने को मजबूर हैं. वहीं, पूर्व मुखिया मुनिलाल सुरीन ने कहा कि आनंदपुर बाजार में लगभग 30 वर्ष पहले शेड का निर्माण कार्य किया गया था. उसके बाद से अभी तक मरम्मत का कोई कार्य नहीं किया गया है. शेड जर्जर होने से व्यापारी अपने जान की बाजी लगा कर दुकान लगा रहे हैं.
इसे भी पढ़े : चाईबासा : महीनों से सड़क के बीचोंबीच गिरे पेड़ को नहीं हटा पा रहा कॉलेज प्रशासन