लाइव लगातार.इन के कार्यक्रम ‘न्यूज रूम में न्यूज मेकर’ में पहुंचे कांग्रेसी विधायक इरफान अंसारी, माना – रोजगार देने में सरकार अभी भी पूरी तरह से सक्षम नहीं है.
Nitesh Ojha
Ranchi : अपनी ही सरकार को गिराने का आरोप झेल रहे और कोलकाता कैश कांड में फंसे कांग्रेसी विधायक इरफान अंसारी ने पार्टी के विधायक कुमार जयमंगल (अनूप सिंह) को राजनीति में बिल्कुल नादान बताया है. उन्होंने कहा है कि उनके परिवार और खुद उनके साथ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की बढ़ती नजदीकियां अनूप सिंह को पंसद नहीं आती है. इरफान अंसारी शुक्रवार को लाइव लगातार.इन के कार्यक्रम ‘न्यूज रूम में न्यूज मेकर’ में सवालों का जवाब दे रहे थे. कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार संतोष मानव ने किया. कांग्रेसी विधायक ने माना कि रोजगार देने में वे लोग यानी उनकी सरकार पूरी तरह से सक्षम नहीं हो पायी है. कार्यक्रम में इरफान अंसारी से उनके सुर्खियों में रहने का कारण, विधानसभा क्षेत्र जामताड़ा के साइबर क्राइम, उनकी डॉक्टरी की पढ़ाई, राजनीति जीवन सहित कोलकाता कैश कांड को लेकर कई अहम सवाल पूछे गए, जिसका जवाब इरफान अंसारी ने खुलकर और बचते-बचाते हुए दिया.
पेश हैं बातचीत के अंश……
सवाल – आप कहते हैं कि हेमंत सोरेन राम है और मैं उनका हनुमान. अब राम जी ने अपना दूसरा हनुमान अनूप सिंह को बना लिया है. क्या हमलोग मानें कि सीएम और पार्टी आपको सीरियसली नहीं लेती है?
जवाब – देखिए, अनूप सिंह स्वर्गीय राजेंद्र सिंह के बेटे हैं. आज राजेंद्र बाबू जीवित रहते तो मेरे ऊपर कोई केस नहीं होता. अनूप सिंह अभी भी राजनीति में बिल्कुल नादान है. इससे पहले भी अनूप सिंह ने एक एफआईआर कराया था, उसका क्या हुआ. क्या 3 विधायक मिलकर सरकार गिरा सकते हैं. सरकार गिराने वाले सही है और सरकार नहीं गिराने वाले दोषी हो गए. जहां तक सीएम के विश्वास की बात है, तो शिबू सोरेन और फुरकान अंसारी संथाल परगना में एक-दूसरे के पूरक हैं. मेरे परिवार के साथ सोरेन परिवार का पारिवारिक संबंध है. अनूप तो जानता ही नहीं होगा कि शिबू सोरेन कौन है. सीएम का मेरे और मेरे परिवार के साथ जैसा संबंध है, वह अनूप को कभी भी पसंद नहीं था. वह तो शुरू से ही हमारे बीच में दूरी पैदा करने का काम करते रहा. मैं लगातार.इन के माध्यम से अनूप को कहना चाहता हूं कि सीएम की कुर्सी स्थायी नहीं है. अनूप को संबंध बनाने पर काम करना चाहिए. अगर मुझे कहा जाता कि तुम अनूप सिंह को फंसाओ, तो मैं ऐसा कभी भी नहीं करता. जहां तक मुख्यमंत्री के सहमति से अपने ऊपर दर्ज केस होने के सवाल पर इरफान ने कहा, यह तो जांच का विषय है.
सवाल – आपके पास ऐसा कौन सा मंत्र है कि आप मीडिया के डार्लिंग बने हुए हैं ?
जवाब – यह मीडिया का प्यार है कि वे मुझे पसंद करते हैं. मैं तो सरल स्वभाव का आदमी हूं. कभी विवादों में नहीं रहता. मुझे तो विवादों में लाया जाता है. इसमें मीडिया का भी हाथ है. बेबाक बोलता हूं. योगदान है. मैं तो मानता हूं कि सच बोलना चाहिए क्योंकि जनता सच सुनना चाहती है.
सवाल – अपने डॉक्टरी की पढ़ाई यूक्रेन से की है. फिर आप डॉक्टरी की जगह राजनीति क्यों करते हैं ?
जवाब – मैं एबीबीएस हूं. मेरे पिता (फुरकान अंसारी) जी का सपना था कि मैं मेडिकल के क्षेत्र में काम करूं. मैंने रिम्स से इंटरशिप किया. फिर सरकारी नौकरी भी की. रांची के नगड़ी, अपोलो हॉस्पिटल, गुरुनानक हॉस्पिटल में काम भी किया. मेरे पिता 2004 में सांसद बने, तो जामताड़ा सीट खाली हो गया. उसी समय पार्टी की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सात सांसदों के बेटे को टिकट दिया. सभी की इच्छा थी कि राजनीति में आकर जनसेवा का काम करूं. सच पूछिए, तो मैं राजनीति में नहीं आना चाहता था. मैं तो चाहता था कि जनता खासकर गरीबों का इलाज करूं. पिताजी की छवि सेक्यूलर छवि की थी. जामताड़ा मुस्लिम आबादी क्षेत्र नहीं है. सभी चाहते हैं कि ऐसी ही छवि का कोई व्यक्ति जामताड़ा का नेतृत्व करें. सोनिया जी ने भी मुझे मोटिवेट किया. ऐसे में राजनीति में आया और चुनाव लड़ा. हालांकि मैं चुनाव हार गया.
सवाल- आपके ऊपर पांच केस है. धारा है – 294, 323, 341, 385, 500, 504, मधुपुर पुलिस स्टेशन में 156/2011 केस सबसे प्रमुख है. इसमें धारा 420 का लगा है. आपने किसको ठगा है ?
जवाब- सभी धारा सिविल मामला से जुड़ा है. कोई क्रिमिनल केस नहीं है. जहां तक धारा-420 की बात है तो यह जमीन का मामला था. जो बदले की भावना से किया गया. बाद में केस करने वाला ही कहा था कि उससे गलती हो गयी. लेकिन केस खत्म नहीं हुआ है. चल ही रहा है. जल्द ही खत्म हो जाएगा.
सवाल – एक वीडियो में आपको गाय से दूध दूहते हुए देखा गया है. जबकि 2019 के चुनावी हलाफनामे में आपसे पास कोई भी एग्रीकल्चर भूमि नहीं दिखायी है?
जवाब -गांव में चाचा के पास जो जमीन है, वह भी हमारी ही है. जब बंटवारा होगा, तो मेरे पिताजी के हिस्से में जमीन आयेगी. तब वह मेरा ही खेत होगा.
सवाल – आपकी कुल चल-अचल संपत्ति 2 करोड़ 66 लाख 41 हजार 122 रुपए है, आप पर 35 लाख का कर्ज है, फिर 49 लाख केस लेकर कोलकाता कैसे जा रहे थे?
जवाब- यही तो विडबंना है. 49 लाख जिसे कैश कांड नाम दिया गया. आखिर यह कैश कांड कैसे हो सकता है. इसमें तो 15 लाख मेरे है. 17 लाख विधायक विक्सल कोंगाड़ी के और बाकी विधायक राजेश कच्छप के है. यह पैसा अलग-अलग बैग में था. बंगाल पुलिस ने इसे एक साथ कर दिया. मैं आपको बता दूं कि मैं कभी भी पैसा अपने पास नहीं रखता. मैं तो हर साल दुर्गा पूजा में 30 लाख साड़ी, जाड़े में लाखो-लाख कंबल बांटता हूं. हमेशा गरीबों की सेवा में पैसा खर्च कर देता हूं. मेरे रवैये को देख परिवारवाले मुझसे हमेशा पूछते हैं कि आप विधायक है, फिर भी आप घरवालों से पैसा मांगते हैं. मुझे पर आरोप लगाने वाले को मेरे क्षेत्र में आना चाहिए. कोई भी विश्वास नहीं करेगा. कोलकाता हाईकोर्ट ने भी माना है कि सरकार गिराने में हमारी कोई भूमिका नहीं है. एक जांच अधिकारी ने यहां तक कहा था कि हमारी सरकार ने बंगाल पुलिस को यह जानकारी दी थी कि विक्सल कोंगाड़ी के गाड़ी में 10 करोड़ रुपए है. दरअसल यह एक साजिश थी. बंगाल सरकार के मंत्रियों के पास 75 करोड़- 75 करोड़ रुपये भ्रष्टाचार के मिले हैं. इस मुद्दे को ही भटकाने के लिए हम तीनों विधायकों पर आरोप लगाया गया.
सवाल- कैशलेस के जमाने में आपलोग कोलकाता 49 लाख रुपये लेकर क्यों जा रहे थे ?
जवाब- ऐसा नही है. यह पैसा हमलोगों का है.
सवाल – सुर्खियों में रहने के लिए आप तरह तरह के हथकंडे अपनाते हैं. आप कभी विधानसभा साधु को लेकर पहुंच जाते हैं. ऐसा क्यों?
जवाब – देखिए, यह हथकड़ा नहीं है. मेरा जन्म बाबा नगरी में हुआ हैं. बाबा नगरी देवघर में शिवरात्री के दिन बारात निकालने वाला मुस्लिम समाज से आता है. मेरा बाबा के प्रति विश्वास है. बाबा को विधानसभा लाने की बात है तो आज तो देश भर में बाबा ही चर्चा में रहते हैं.
सवाल – आपने 2019 के चुनावी हलाफनामे में 30,47,540 लाख इनकम दिखायी हैं. 30 लाख आमदनी वाला 15 लाख कैश लेकर चले, कुछ अटपटा नहीं लगता?
जवाब -देखिए, मेरा बिजनेस भी हैं. मेरा पेट्रोल पंप भी है. हमलोग कुछ छिपाते नहीं है. मेरे पिताजी कहते हैं कि पैसा नहीं आदमी कमाओ.
सवाल – मीडिया वाले इरफान अंसारी का ही बाइट लेने के लिए क्यों पीछे दौड़ते हैं?
जवाब – यह तो आपलोगों का प्यार और स्नेह है. मीडिया से मैं प्यार भी करता है और डरता भी हूं. लेकिन मैं आपको बता दूं कि मुझसे जो भी मिलता है वह मेरा हो जाता है. यही गॉड गिफ्टेड है. मैं आपकी बातों को बेबाकी से रखता हूं.
सवाल- झारखंड में राजनीति अस्थिरता कब तक रहेगी?
जवाब – राज्य गठन के बाद से झारखंड हमेशा अस्थिर रहा है. विपक्ष तो आज भी सरकार को अपना काम नहीं करने दे रही है. राज्य में कई मुख्यमंत्री हुए. लेकिन हकीकत यही है कि जिस मधु कोड़ा सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा, वही सरकार अच्छी थी. विकास का काम होता था. आज हेमंत सरकार भी विकास का काम कर रही है, तो हमारे सीएम पर आरोप लग रहे हैं. इसी तरह मनमोहन सरकार पर भी भ्रष्टाचार का आरोप लगा. 2 जी स्पेक्ट्रम का आरोप लगा. लेकिन सभी गलत साबित हुए.
सवाल – आप राजनेता हैं, डॉक्टर भी हैं. तीखे सवालों का जवाब काफी कूल अंदाज में दे रहे हैं. इसका क्या राज है?
जवाब- मैं हमेशा से कूल और शांत रहता हूं. मुझे तो गलत तरीके से बदनाम किया गया है.
सवाल -आपने यूक्रेन से डॉक्टरी की पढ़ाई की है. वहीं डॉक्टरों की कमी है. क्या दोबारा यूक्रेन जाना चाहेंगे?
जवाब – आज यूक्रेन तो तहस-नहस हो गया है. लेकिन मौका मिलेगा तो यूक्रेन जरूर जाऊंगा. वहां मैंने पढ़ाई जो की है.
सवाल- वर्तमान राजनीति हालातों को देखते हुए गठबंधन के विधायक कबतक एकजुट रह पाएंगे?
जवाब – देखिए, हमारे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार काफी बेहतर काम कर रही है. सीएम हेमंत सोरेन गठबंधन को साथ लेकर चल रहे हैं. सरकार में कोई नाराजगी नहीं है. यह सरकार पांच साल तक का कार्यकाल पूरा करेगी.
सवाल – आपके पिताजी 32 साल से जमाताड़ा की राजनीति कर रहे हैं, फिर भी जिला हमेशा से साइबर क्राइम में सबसे आगे हैं. क्यों?
जवाब- आप एक बार जामताड़ा जाइये. भले ही यह काफी पिछड़ा इलाका है, लेकिन हर विधानसभा में यही सबसे ज्यादा विकास मिलेगा. यह प्रयास पिताजी और मैंने किया. लेकिन रोजगार देने में हमलोग काफी पीछे रहे हैं, इससे कोई गुंजाइश नहीं है. जहां तक साइबर क्राइम की बात है, तो यह भी सच है कि जिला इसमें काफी आगे हैं. हमारे प्रयास से इस क्राइम पर काफी अंकुश लगा है. हम युवाओं को रोजगार से जोड़ रहे हैं.
सवाल – आप और कांग्रेस पार्टी हेमंत सरकार के साथ कितना संतुष्ट हैं?
जवाब – एक विधायक को केवल विकास का काम चाहिए. सरकार काम कर रही है. हम और हमारी पार्टी पूरी तरह से संतुष्ट है.