Patna : बिहार में कथित अवैध बालू खनन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दबिश दी है. ईडी की टीम आरा में बालू कारोबारी कृष्ण मोहन सिंह और उससे जुड़े कुछ लोगों के ठिकानों पर छापा मारा है. ईडी की छह सदस्यीय टीम शनिवार सुबह कृष्ण मोहन सिंह के नगर थाना क्षेत्र के आनंद नगर मोहल्ला स्थित आवास पर पहुंची है और कागजात खंगाल रही है. कृष्ण मोहन सिंह बिहार के सबसे बड़ी बालू कंपनी ब्रॉडसन के अध्यक्ष रह चुके हैं. सूत्रों की मानें तो कृष्ण मोहन सिंह ने बालू से अकूत संपत्ति बनायी है.
Illegal Sand mining case: ED raids trader Krishna Mohan Singh’s residence among other places in Bihar’s Arrah
Read @ANI Story | https://t.co/6HSmCCJ1hj#ED #Illegalsandmining #Bihar pic.twitter.com/h0UtMq2RWK
— ANI Digital (@ani_digital) March 16, 2024
धनबाद के बालू कारोबारी पुंज सिंह के ठिकानों पर ईडी की रेड
बता दें कि ब्रॉडसन कंपनी के पूर्व निदेशक और धनबाद के बालू कारोबारी पुंज सिंह के ठिकानों पर ईडी ने छापा मारा है. ईडी की टीम सुबह-सुबह पुंज सिंह के झरिया स्थित हेटलीबांध आवास पर पहुंची है और तलाशी ले रही है. इसके अलावा पुंज सिंह धनबाद के मेमको मोड़ स्थित आवास में भी ईडी की रेड चल रही है. पुंज सिंह के भाई सत्येंद्र सिंह के निजी ठिकानों पर ईडी की टीम छापेमारी की सूचना है. बिहार के बालू घोटाला मामले में ही ईडी ने यह कार्रवाई की है. बता दें कि पुंज सिंह धनबाद के बड़े बालू और शराब कारोबारी हैं.
बिना ई-चालान का उपयोग किये बालू का अवैध खनन और बिक्री करने का आरोप
बता दें कि बिहार पुलिस ने ‘ब्रॉडसंस कमोडिटीज प्राइवेट लिमिटेड’ नामक कंपनी और उसके निदेशकों के खिलाफ 20 प्राथमिकी दर्ज की है. बिहार पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी में यह आरोप लगाया गया है कि वे ई-चालान का उपयोग किये बिना बालू के अवैध खनन और बिक्री में लिप्त थे. जिसके बाद ईडी इस मामले में लगातार कार्रवाई कर रही है. केंद्रीय एजेंसी ने इसी मामले में पिछले सप्ताह सुभाष यादव नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था, जो कथित तौर पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से जुड़ा है. बिहार में विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) नेता राधा चरण साह, उनके बेटे कन्हैया प्रसाद और ब्रॉडसन कमोडिटीज के निदेशकों मिथिलेश कुमार सिंह, बबन सिंह व सुरेंद्र कुमार जिंदल को पिछले साल ईडी ने गिरफ्तार किया था. वर्तमान में सभी जेल में बंद हैं. उनके खिलाफ नवंबर 2023 में पटना की एक विशेष पीएमएलए अदालत में आरोप पत्र दायर किया गया था.