Gumla: भाजपा के हेमंत हटाओ झारखंड बचाओ आक्रोश सभा में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा हेमंत सरकार पर खूब बरसे. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन कभी आदिवासियों का भला नहीं चाहते हैं. अगर वे भला चाहते तो राज्य में फॉरेस्ट राइट एक्ट को तत्काल लागू करते और पंचायत और ग्राम सभा को उसके संवैधानिक अधिकार देते. इसे लागू नहीं करके सरकार आदिवासियों को उनके संवैधानिक अधिकारों से वंचित कर रही है. वहीं सरकार ने राज्य में बालू घाटों का अधिकार ग्राम सभा के बजाय मुंबई के ठेकेदारों को दे दिया, जिससे यहां के गरीब आदिवासियों, दलितों एवं वंचितों को एक कमरा बनाने के लिए बालू नहीं मिल रहा. मुख्यमंत्री बिचौलियों के साथ मिलकर राज्य की खनिज संपदाओं को लूट और लुटवा रहे हैं. यहां से खनिज निकालकर बाहर के राज्यों को बेचा जा रहा है.
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आदिवासियों के मुद्दे पर हेमंत ने कभी नहीं की मुझसे बात
अर्जुन मुंडा ने कहा कि वे देश के केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री हैं, लेकिन हेमंत सोरेन कभी उनसे आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों को लेकर कोई मुलाकात नहीं की, जबकि दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्री या अधिकारी आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों को लेकर उनसे अक्सर मिलते हैं. अफसोस है कि आज तक झारखंड के मुख्यमंत्री तो छोड़िए राज्य का कोई पदाधिकारी भी उनसे आदिवासियों के मामले को लेकर मिलने नहीं आया, क्योंकि ये लोग आदिवासियों का भला नहीं चाहते.
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हेमंत सिर्फ बयानों से लोगों को अपनी ओर आकर्षित करना चाहते हैं
मुंडा ने कहा कि हेमंत सोरेन सिर्फ बयानों से लोगों को अपनी ओर आकर्षित करना चाहते हैं. राज्य में विकास ठप है. कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है. पुलिस अपराधियों को ना पकड़कर पैसे वसूली में लगी हुई है. अपराधियों को पुलिस का संरक्षण मिला हुआ है. अगर कोई इसकी शिकायत करता है तो पुलिस उसे ही झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल भेज देती है. उन्होंने कहा कि भाजपा ने ही अलग राज्य बनाकर झारखंड के करोड़ों लोगों के सपनों को पूरा किया है और झारखंड का विकास भी भाजपा ही करेगी. कार्यक्रम के बाद मुंडा ने कार्यकर्ताओं के साथ भोजन भी किया.