LagatarDesk : महीनों के इंतजार के बाद देश में 5G नेटवर्क हकीकत बनने वाला है. 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी प्रक्रिया 26 जुलाई से शुरू हुई है. जो दूसरे दिन भी जारी है. पहले दिन चार राउंड की बिडिंग के बाद आज पांचवें राउंड की बिडिंग हो रही है. नीलामी में Jio, Vi और Airtel के अलावा गौतम अडानी की Adani Data Networks हिस्सा ले रही है. ऐसे में अंडानी और अंबानी के बीच 5G स्पेक्ट्रम की जंग हो सकती है. (पढ़ें, 242 याचिकाओं पर SC का अहम फैसला, प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत ED को गिरफ्तारी का हक)
पहले दिन 1.45 लाख करोड़ के स्पेक्ट्रम के लिए लगीं बोलियां
5G स्पेक्ट्रम की नीलामी के पहले दिन टेलीकॉम कंपनियों की तरफ से अच्छा रिस्पांस मिला. पहले दिन सरकार की उम्मीद से बढ़कर बोलियां मिलीं आंकड़ों के अनुसार, सरकार को 700 MHz बैंड फ्रीक्वेंसी के लिए भी बोलियां प्राप्त हुईं. पहले दिन चार राउंड की बिडिंग के बाद सरकरा को 1.45 लाख करोड़ से ज्यादा के स्पेक्ट्रम के लिए बोलियां प्राप्त हुई हैं. केंद्रीय दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसकी जानकारी दी.
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नीलामी से सरकार को 1.80 से 2 लाख करोड़ हासिल होने की संभावना
अश्विनी वैष्णव के अनुसार, 26 जुलाई को सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक चार राउंड में बोलियां लगायी गयीं. इससे पहले एक्सपर्ट ने अनुमान लगाया था कि सरकार को 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी में 1.09 लाख करोड़ मिलेगी. लेकिन बुधवार की बोली खत्म होने पर यह आंकड़ा और बढ़ने की संभावना है.एक्सपर्ट की मानें तो आज की नीलामी प्रक्रिया के बाद से सरकार को 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी से 1.80 से 2 लाख करोड़ का राजस्व हासिल हो सकता है.
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15 अगस्त से पहले होगा स्पेक्ट्रम का आवंटन
बता दें कि नीलामी प्रक्रिया 15 अगस्त से पहले पूरी हो जायेगी. इसके बाद जल्द स्पेक्ट्रम का आवंटन किया जायेगा. अश्विनी वैष्णव के अनुसार, सितंबर या अक्टूबर महीने तक देश में 5G सेवाओं शुरू हो सकती है. नीलामी के तहत निचली फ्रीक्वेंसी बैंड में 600 MHz, 700 MHz, 800 MHz, 900 MHz, 1800 MHz, 2100 MHz और 2300 MHz स्पेक्ट्रम की नीलामी हो रही है. वहीं मिड फ्रीक्वेंसी बैंड में 3300 MHz और हाई फ्रीक्वेंसी बेंड में 26 GHz स्पेक्ट्रम के लिए बोलियां लग रही हैं. इन नौ बैंड में करीब 72 हजार MHz स्पेक्ट्रम की नीलामी 20 साल की अवधि के लिए हो रही है.
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5G नेटवर्क 4G के मुकाबले 100 गुना तक तेज होगा
5G नेटवर्क 4G के मुकाबले 100 गुना तक तेज होगा. इसका मतलब यूजर्स को हाई क्वालिटी वीडियो, अल्ट्रा हाई रेज्योलूशन वीडियो कॉलिंग और कई दूसरे फायदे मिलेंगे. 4G नेटवर्क पर हमें 100Mbps तक की स्पीड मिलती है, लेकिन 5G पर यह Gbps में मिलेगी. इस नेटवर्क के अपर बैंड्स में हमें 100 गुना ज्यादा स्पीड मिल सकती है. ना सिर्फ हमें स्लो इंटरनेट स्पीड से निजात मिलेगी, बल्कि टेक्नोलॉजी के कई नये आयाम हमारे लिए खुलेंगे.
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