Ghatshila : बहरागोड़ा प्रखंड की मुटूरखाम पंचायत के जाड़ाबनी गांव में इमली का एक विशाल पेड़ साइबेरियन पंछियों का बसेरा बना है. साइबेरियन पंक्षी ग्रामीणों के लिए उत्सुकता का विषय बने हुए हैं. करीब 150 साइबेरियन पंछी इमली के इस पेड़ पर हैं. साइबेरियन पक्षियों ने घोंसले बनाये हैं अंडा भी दिए हैं. इमली का पेड़ निवर्तमान प्रमुख शास्त्री हेंब्रम के आवास के पास है. शास्त्री हेंब्रम कहते हैं कि विगत कई वर्षों से यहां साइबेरियन पंक्षी आते हैं. इस वर्ष एक माह पूर्व करीब 150 साइबेरियन पंक्षी आए हैं. इमली के पेड़ पर घोंसले बनाए हैं. पंछियों ने करीब 50 अंडे दिए हैं.
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उन्होंने कहा कि पंछी प्रत्येक घोंसले में अंडे की रखवाली करते हैं. गांव के पास में ही पोलपोला खाल और आसनजोड़ा नाला है. वहीं करीब दो किलोमीटर दूर स्वर्णरेखा नदी है. साइबेरियन पंछी इन खान और नदी से घोंघा और मछली लाकर बच्चों को खिलाते हैं. करीब तीन माह तक साइबेरियन पक्षी यहां रहते हैं. बच्चे जब उड़ने के लायक हो जाते हैं तब पंछी यहां से चले जाते हैं.