Ranchi: डीसी ऑफिस मैन पावर की कमी से जूझ रहा है. कर्मियों के अनुसार, यहां काम का बोझ बढ़ता जा रहा है, बावजूद कर्मचारियों की संख्या में बढ़ोतरी नहीं हो रही है. सरकारी ऑफिस में काम संभालने की जिम्मेवारी लिपिकों के जिम्मे होती है, लेकिन यहां लिपिकों की ही भारी कमी है. जानकारी के मुताबिक, लिपिक के स्वीकृत पदों की कुल संख्या 332 है. जिसमें अभी 256 ही कर्मी कार्यरत हैं. वर्तमान में 76 लिपिकों के पद खाली पड़े हैं. ये 256 लिपिक जिले के 22 अंचल, 18 प्रखंड और दो अनुमंडल में कामकाज को संभाल रहे हैं.
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काम पर पड़ रहा असर
कर्मचारियों की कमी होने की वजह से कामकाज पर असर पड़ता है. काम ज्यादा और कर्मचारियों की संख्या कम होने की वजह से लोगों के काम प्रभावित हो रहे हैं. कई बार तो ऐसा होता कि लोगों को बिना काम कराये वापस जाना पड़ता है. म्यूटेशन, लगान रसीद, अतिक्रमण और दखल संबंधित काम के लिए लोगों को आना पड़ता है. काम नहीं हो पाने या उसमें देर होने के पीछे मैन पावर की कमी का हवाला दिया जाता है.
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समाहरणालय में हैं ये शाखाएं
रांची समाहरणालय भवन में सामान्य शाखा, स्थापना शाखा, गोपनीय शाखा, विधि शाखा, सामाजिक सुरक्षा कोषांग, राजस्व शाखा सदर, प्रमाण पत्र और निर्वाचन शाखा. जिला शस्त्र शाखा, जनशिकायत कोषांग, जनसूचना कोषांग, सामाजिक सुरक्षा कोषांग, नक्सल शाखा, जिला गोपनीय शाखा. जिला स्थापना शाखा और पत्र प्राप्ति एवं प्रेषण शाखा. विकास शाखा और जिला नयाचार शाखा. राजस्व शाखा, एसएआर और विधि व्यवस्था, जिला अभिलेखागार, नजारत शाखा, विधि शाखा, जिला निर्वाचन शाखा, जिला पंचायत शाखा, जिला भू-हदबंदी शाखा, जिला भू-अर्जन शाखा, जिला योजना शाखा, जिला नीलाम पत्र शाखा, जिला उपभोक्ता फोरम, कोषागार. सामान्य शाखा, स्थापना शाखा, गोपनीय शाखा, विधि शाखा, सामाजिक सुरक्षा कोषांग, राजस्व शाखा सदर, प्रमाण पत्र, निर्वाचन शाखा के कार्यालय हैं.