Baharagora (Himangshu Karan) : मंगलवार को झारखंड आसेका समेत संताल समुदाय के कई संगठनों ने शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों का पुतला दहन किया तथा रैली निकालकर बाजार का परिभ्रमण करते हुए बहरागोड़ा प्रखंड विकास पदाधिकारी राजेश कुमार साहू को एक ज्ञापन सौंपा. कहा गया है कि झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के निदेशक किरण कुमारी पासी ने विद्यालय की पाठ्य पुस्तकों का अनुवाद कार्य समन्वयक रजनीकांत मांडी समेत 12 शिक्षकों को देवनागरी लिपि में करने को प्रतिनियोजित किया. इसे जानकर उपरोक्त संगठन तथा संताल समुदाय के लोग काफी मर्माहत हैं. इसलिए इसका विरोध किया जा रहा है.
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देवनागरी में रूपांतरण की कोई आवश्यकता नहीं
संताली भाषा की लिपि ओलचिकी, जो सहज तथा सरल है. उसे देवनागरी में रूपांतरण करने की कोई आवश्यकता नहीं है. इस मौके पर संगठन अध्यक्ष सुभाष चंद्र मांडी, महासचिव शंकर सोरेन, सचिव बयला सोरेन, बहरागोड़ा महाविद्यालय के संताली प्रोफेसर श्याम मुर्मू, रवि मांडी, शीलू मांडी, सोमनाथ बेसरा, विकास मुर्मू, अर्जुन मुर्मू, फागुनाथ हांसदा, विकल बेसरा, जितेंद्र नाथ हेम्ब्रम तथा विद्यालय एवं महाविद्यालय के अनेक छात्र-छात्राएं उपस्थित थे.