Bermo : बोकारो जिले के अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र साड़म में हर महीने 9 और 25 तारीख को गर्भवती महिलाओं का एएनसी जांच होती है. इसी निमित्त में 9 जुलाई को भी गर्भवती महिलाएं एएनसी जांच के लिए सुबह 10 बजे ही अस्पताल पहुंच गयी थी. लेकिन 12 बजे तक डॉक्टर अस्पताल नहीं पहुंचे. जिसकी वजह से कई गर्भवती महिलाएं बिना जांच करवाये वापस घर लौट गयी. (पढ़ें, सरयू राय ने की ईडी से मांग, पत्थर व्यवसायी कृष्णा साहा और डीएमओ किस्कु के पासपोर्ट की करें जांच)
गाड़ी खराब होने के कारण लेट पहुंची डॉक्टर
स्वास्थ्य केंद्र में महिला रोग चिकित्सक शगुफ्ता परवीन की गाड़ी करीब 12.15 में पहुंची. गाड़ी से उतरकर वो सीधे अपने चैंबर में चली गयी. जब इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि वे रांची से आ रही थी. रास्ते मे उनकी गाड़ी खराब हो गयी थी. इसलिए उनको अस्पताल पहुंचने में देर हो गयी.
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समय पर अस्पताल पहुंचना डॉक्टर की ड्यूटी- डॉ जितेंद्र कुमार
इस संबंध में गोमिया के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ जितेंद्र कुमार ने कहा कि अस्पताल में जिनकी ड्यूटी है, उन्हें समय पर पहुंचना चाहिए. यदि वे समय पर नहीं पहुंची है तो कारण पूछा जायेगा. अगर संतोषप्रद जबाब नहीं मिला तो वरीय अधिकारियों को उनपर विभागीय कार्यवाही के लिए पत्र लिखा जायेगा.
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क्या होता है एएनसी जांच?
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (एएनसी) के तहत (गर्भवती महिलाएं) मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य की निगरानी होती है. इसलिए सही समय पर गर्भवती महिलाओं का एएनसी प्रोफाइल का परीक्षण किया जाता है. एएनसी जांच के तहत गर्भवती महिलाओं की रक्तचाप, वजन, ब्लडग्रुप, हीमोग्लोबिन, वीडीआरएल, पेशाब, थायराइड, आरबीएस, एचबीओ और एचआईवी की जांच की जाती है.
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