Bermo : गोमिया के झिरकी गांव में शुक्रवार की रात प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए झड़प में एक गुट ने दूसरे गुट के घर पर हमला कर दिया. हमले में एक ही परिवार के पांच लोग घायल हो गए. सभी घायलों का इलाज गोमिया के एक निजी अस्पताल में चल रहा है. वहीं दूसरे गुट के दो लोग घायल हैं. उनका भी इलाज चल रहा है.
गोमिया अस्पताल में इलाजरत घायल उपेंद्र रविदास ने बताया कि शुक्रवार की रात करीब 8:30 बजे वे अपने गांव वालों के साथ सरस्वती पूजा की प्रतिमा विसर्जन कर लौट कर अपने गांव के अंबेडकर चौक पर खड़े थे. इसी दौरान यादव टोला झिरकी का भी सरस्वती प्रतिमा विसर्जन का जुलूस वहीं से गुजर रहा था. इसी क्रम में अशोक यादव के साथ उनलोगों की कहासुनी हो गई. जिसके बाद जुलूस में शामिल लोग मारपीट करने लगे. वे लोग भाग कर अपने चाचा के घर में घुस गए. लोग वहां भी पहुंच गए और उनके चाचा और चचेरे भाई को बुरी तरह से लाठी डंडे से मारा. जिसके कारण उनके चाचा रामदुलार राम के बाएं हाथ में गंभीर चोट लगी है.
हमले में चचेरा भाई लक्ष्मीकांत रविदास का नीचे का 3 और ऊपर के कुछ दांत टूट गये. देवेंद्र रविदास का सिर फट गया. कैलाश रविदास के सिर पर चोट लगी है. चचेरी बहन मीना कुमारी के पैर और जांघ में डंडे से मारा गया है. इसके अलावा उसे भी बुरी तरह से से मारा, जिससे उसका बायां कान फट गया है. घर के महिलाओं के साथ उन लोगों ने बदसलूकी किया.
उन्होंने बताया कि चचेरे भाई के कार को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया. सूचना पर पुलिस पहुंची और रातभर सुरक्षा व्यवस्था में तैनात रही. पुलिस ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया. सुबह में पुलिस की मौजूदगी में भी गाली गलौज किया गया. उन्होंने बताया कि दलित समाज के होने के कारण उनलोगों को इसी तरह से प्रताड़ित करते रहते हैं. पहले भी इस प्रकार की घटना को अंजाम दे चुके हैं.
अशोक यादव से मोबाइल पर सम्पर्क करने की कोशिश की गई तो उसका मोबाइल बंद मिला. इस संबंध में थाना प्रभारी प्रिंस कुमार ने बताया कि रात में मूर्ति विसर्जन को लेकर मारपीट हुई है. अशोक और कैलाश यादव को भी चोट लगी है. जिसका इलाज चल रहा है. अभी तक कोई भी पक्ष मामला दर्ज कराने नहीं पहुंचा है. वैसे मामला शांत है.