Ranchi : रामगढ़ जिले के भुरकुंडा थाना क्षेत्र स्थित सेंट्रल सौंदा निवासी अमित बक्शी (32 वर्ष) की अपराधियों ने आठ अगस्त की रात गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस हत्याकांड की जिम्मेवारी अमन साहू गिरोह से जुड़े भरत पांडे ने ली है. भरत पांडे ने जिम्मेदारी लेते हुए lagatar.in से कहा कि अमित बक्शी हत्याकांड का मैं जिम्मेवारी ले रहा हूं. अमित बक्शी की हत्या मेरे चाचा स्व अशोक पांडे की हत्या का बदला है. मेरे चाचा अशोक पांडे जो अपराध और पांडे गैंग को छोड़कर मुख्यधारा में जुड़ कर समाज में सम्मानित जिंदगी जी रहे थे, की विकास तिवारी के इशारे पर हत्या हुई. इस घटना में अमित बक्शी भी शामिल था. विकास तिवारी गैंग आज से अपनी उल्टी गिनती शुरू करे…. मेरे चाचा स्व अशोक पांडे की हत्या में शामिल शूटर से लेकर शेटर तक को मारूंगा.
क्या है मामला
भुरकुंडा थाना क्षेत्र के सेंट्रल सौंदा निवासी अमित बक्शी की अपराधियों ने उनके घर के समीप अशोक क्लिनिक के पास आठ अगस्त की रात गोली मारकर हत्या कर दी थी. अमित को अपराधियों ने कुल पांच गोली मारी थी. घटना के बाद अमित को पहले रामगढ़ व उसके बाद मेदांता रांची ले जाया गया था, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था. बताया जा रहा है कि अमित वर्तमान में रांची स्थित सीएमपीडीआई में कार्यरत थे.
विकास तिवारी के आदेश पर हुई थी अशोक पांडे की हत्या
इससे पहले रामगढ़ के पतरातू में बीते 8 जनवरी को अशोक पांडे की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पुलिस हत्याकांड का खुलासा करते हुए इसमें शामिल दो अपराधियों को हथियार और कारतूस के साथ गिरफ्तार किया था. रामगढ़ के तत्कालीन एसपी प्रभात कुमार ने मामले का खुलासा करते हुए मीडिया को बताया था कि पांडे गिरोह के अशोक पांडे की हत्या गिरोह के आपसी मनमुटाव का नतीजा था. पलामू जेल में बंद पांडे गिरोह के सरगना विकास तिवारी के आदेश पर गोविंद राय और विकास साव ने मिलकर हत्या करायी. हत्या से पहले विकास कुमार पांडे और प्रशांत चंद्र पोद्दार ने अशोक पांडे की रेकी की थी. पुलिस ने पांडेय गिरोह के दोनों सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया था.