Ranchi : सीएम हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा(Pankaj Mishra) के ठिकानों पर ईडी(ED) की टीम छापेमारी (Raid )कर रही है. ईडी की टीम पंकज मिश्रा के साहिबगंज के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. बताया जा रहा है कि ईडी की टीम सुबह के 5:00 बजे से पंकज मिश्रा के घर समेत कई अन्य ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. जानकारी के मुताबिक टेंडर घोटाले के मामले में ईडी पंकज मिश्रा और उनसे जुड़े लोगों के साहिबगंज, बरहेट और राजमहल में कुल 18 ठिकाने पर ईडी छापेमारी कर रही है. छापेमारी में झारखंड के अलावा बिहार और बंगाल की ईडी की टीम शामिल है. कार्रवाई में महिला बल का भी सहयोग लिया जा रहा है. भागलपुर में भी कुछ जगहों पर छापेमारी की बात सामने आ रही है. पढ़ें – हजारीबाग : ICAR को 2021 को मिली क्लीन चिट फिर 2022 में मान्यता रद्द, हाईकोर्ट पहुंचा मामला
इसे भी पढ़ें – लेखा-जोखा: जून में कांग्रेस के 18 बड़े बयान, पढ़िए-राजेश ठाकुर, आलमगीर और रामेश्वर ने क्या-क्या कहा
करीबियों के ठिकाने पर भी हो रही है छापेमारी
ईडी की टीम पंकज मिश्रा के अलावा उनके करीबी कहे जाने वाले मिर्जाचौकी स्थित कारोबारी राजू, पतरु सिंह और ट्विंकल भगत के घर पर भी छापेमारी कर रही है. इसके अलावा बरहरवा में भी कृष्णा साह समेत तीन पत्थर व्यवसायियों के यहां भी छापा पड़ रहा है.
इसे भी पढ़ें – कोडरमा: आमलोगों के दिल का दर्द- ‘महंगाई डायन खाय जात है’
ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पंकज मिश्रा पर केस दर्ज किया था
ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पंकज मिश्रा पर बीते चार जून को केस दर्ज किया था. उन पर साहिबगंज जिले के बरहरवा थाने में वर्ष 2020 में प्राथमिकी दर्ज किया गया था. इसी तहत उन्हें अभियुक्त बनाया गया है. इस मामले में ईडी ने शंभु नंद कुमार का बयान भी दर्ज किया था. शंभु ने ईडी को दिये अपने बयान में राज्य के कैबिनेट मंत्री आलमगीर आलम का नाम लिया था.
इसे भी पढ़ें – गढ़वा: महंगाई की मार से आमलोग बेहाल, रसोई का बजट बिगड़ा
इडी ने बरहरवा केस किया टेकओवर
साहिबगंज जिले के बरहरवा में जून 2020 के टेंडर विवाद में एक केस दर्ज किया गया था. जिसे इडी ने टेकओवर कर लिया है. बरहरवा का यह केस शंभु नंदन कुमार उर्फ शंभु भगत ने दर्ज कराया था. उन्होंने टेंडर विवाद के मामले में बरहरवा थाने में मंत्री आलमगीर आलम व पंकज मिश्रा के इशारे पर मारपीट करने की प्राथमिकी दर्ज करायी थी. लेकिन दोनों ही आरोपियों को साहिबगंज पुलिस ने क्लीन चिट दे दी थी.
इसे भी पढ़ें – रामगढ़: महंगाई की मार, जीना दुश्वार
मंत्री के भाई की कंपनी टेंडर में थी शामिल
शंभु नंदन ने इडी को बताया कि मंत्री आलमगीर आलम के भाई की कंपनी नगर पंचायत बरहरवा में वाहन प्रवेश शुल्क वसूली के टेंडर में शामिल थी. उक्त कंपनी ने एक डमी कंपनी खड़ी कराकर पांच करोड़ रुपये तक की बोली लगवा दी. बाद में पैसा जमा नहीं कराने पर दूसरी बोली 1.46 करोड़ में आलमगीर आलम की कंपनी ने ठेका ले लिया. शंभु ने यह भी बताया कि उन्हें इसकी भनक थी, इसलिए उन्होंने इस ठेके को 1.80 करोड़ में ले लिया. शंभु ने 22 अप्रैल को इडी में आवेदन देकर पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया था कि कुछ संदिग्ध लोग पीछा कर रहे हैं.
इसे भी पढ़ें – महंगाई ने बिगाड़ा किचन का जायका, रसोई गैस,दवाई,फल,सब्जियों की कीमतों ने किया परेशान