Dumaria : डुमरिया प्रखंड के हरेबेड़ा प्राथमिक विद्यालय का पुराना जर्जर भवन तोड़ने के दौरान सोमवार को एक मजदूर की मौत हो गई. घटना सोमवार की सुबह करीब नौ बजे की है. इस घटना में बाड़ेडीह निवासी 30 वर्षीय भागमत मांडी की मौत हुई है. घटना के समय छह मजदूर काम कर रहे थे. आरोप है कि जर्जर भवन को तोड़ने में मजदूरों की सुरक्षा का ख्याल नहीं रखा गया. जर्जर सरकारी स्कूल भवन को तोड़ने का काम एजेंसी को देने का प्रावधान है, लेकिन यहां बीआरसी के बीपीओ मजदूरों से यह काम करवा रहे थे. एजेंसी बुल्डोजर या पोकलेन का इस्तेमाल कर सुरक्षित तरीके से भवन गिराती है, लेकिन यहां सीधे मजदूर यह काम कर रहे थे, जिससे भवन गिरने का खतरा बना हुआ था और अंततः हादसा हो गया. एजेंसी के बजाय यह काम सीधे मजदूरों से क्यों कराया जा रहा था यह बड़ा सवाल है. कहीं एजेंसी का पैसे का हेरफेर करने और भवन से निकलने वाली ईंटों और छड़ को बेचने के लिए तो ऐसा नहीं किया गया, स्थानीय लोगों ने इसकी जांच की मांग की है.

साढ़े पांच घंटे तक नहीं उठने दिया गया शव
इस विद्यालय के लिए नया भवन का निर्माण हो चुका है. उसी के बगल में पुराना भवन जर्जर हो गया था. बच्चों की सुरक्षा के दृष्टिकोण से इस जर्जर भवन को तोड़वाया जा रहा था. डुमरिया बीआरसी के बीपीओ मंगल माझी के आदेश पर छह मजदूर जर्जर स्कूल भवन को तोड़ने में लगे थे. भवन तोड़ने के दौरान ही उसका छज्जा गिर गया और मलबे में दबकर भागमत मांडी की मौत हो गई. घटना के बाद मृतक के परिजन और ग्रामीण आक्रोशित हो गए और शव को घंटो तक उठने नहीं दिया. घटना की सूचना पाकर इंस्पेक्टर केके पंडा और थाना प्रभारी विनोद टुडू पुलिस बल के साथ पहुंचे. बीपीओ मंगल माझी भी पहुंचे और परिजनों तथा ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि मृतक के दोनों पुत्रों को पढ़ाने का खर्च उठाएंगे और श्राद्ध कर्म में आर्थिक मदद करेंगे. इस आश्वासन के बाद ग्रामीण और परिजन शांत हुए और दोपहर करीब 2.30 बजे शव को उठाने दिया. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
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