Khagaria : आस्था का महापर्व चार दिवसीय छठ शुरू हो गया है. जलकौड़ा हाई स्कूल से लेकर बुढ़ी गंडक छठ घाट 3 हजार फीट लंबी तिरंगा से सजाया गया है. छठ घाट पर 10 गांव के 20 हजार श्रद्धालू सहित मुस्लिम समाज के लोग छठ पूजा में सिरकत करते हैं. इसके साथ ही पूजा के दौरान आ रहे लोगों की सुरक्षा का भी पुख्ता इंतजाम किया जाता है. जलकौड़ा पंचायत के खगड़िया-बखरी मुख्य पथ पर तोरणद्धार बनाया गया है. सरपंच ब्रजकिशोर सहनी बताते हैं कि यह मुस्लिम बहुल क्षेत्र है. एक दूसरे के पर्व में सौहार्दपूर्वक मनाया जाता है. यहां के लोग छठी मैया में बेहद आस्था रखता है और इस महाव्रत को सम्पन्न कराने में लोगों की हर संभव मदद करता है.
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सांप्रदायिक सौहार्द की अनूठी मिसाल
जिले में छठ को लेकर चारों तरफ उत्साह का माहौल है. लोग आस्था रस में डूबे हैं. सदर प्रखंड के जलकौड़ां गांव में गंगा-जमुनी तहजीब देखने को मिल रही है. यहां पर मुस्लिम समाज के लोग सांप्रदायिक सौहार्द की अनूठी मिसाल पेश करते हुए छठ व्रत की तैयारियों में हिस्सा ले रहे हैं. बीते 20 सालों से मुस्लिम समुदाय के लोग छठ व्रतियों के लिए सभी तरह की तैयारी में हाथ बटाते हैं, जिसमें छठ घाट की सफाई से लेकर सौंदर्यीकरण का भी पूरा ध्यान रखते हैं.
एक किलोमीटर तक कालीन बिछाया जाता है
मो जमिल ने बताया है कि बीते 20 साल से हिंदू-मुस्लिम मिलकर एक-दूसरे के त्यौहार मनाते हैं. यह पूजा प्रकृति को पूरी तरह समर्पित है. इसलिए इसमें सहयोग के साथ पूजा खत्म होने के बाद हम प्रसाद भी खाते हैं. हमारी यही कोशिश रहती है कि समाज के अंदर एक अच्छी संदेश जा सकें. समाज विकास मंच के राकेश पौद्दार,पंकज सहनी, राजीव ठाकुर, इलु रजक, सिकंदर साह आदि ने बताया कि घाट से लेकर एक किलोमीटर तक कालीन बिछाया जाता है. घाट पर बैरेकेटिंग, रौशनी, चिकत्सय कक्ष, नियंत्रण कक्ष,कपड़ा चेंजिंग रूम, व सेवा को तैनात किया जाता है.
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