Rajnish
Ranchi: झारखंड के विश्वविद्यालयों के लिए सरकार हर साल करोड़ों रुपए खर्च कर रही है, लेकिन विश्वविद्यालय अपना सुधार नहीं कर रही हैं. हर साल झारखंड सरकार अपने बजट का एक बड़ा हिस्सा उच्च शिक्षा के विकास के लिए खर्च करती है. 2019-20 के वित्त वर्ष में विकास कार्य के लिए झारखंड के सभी स्टेट विश्वविद्यालय को लगभग 60 करोड़ रुपए दिया. इसका 60 प्रतिशत केंद्र सरकार और 40 प्रतिशत झारखंड सरकार ने दिया. इस रकम को देने के बाद झारखंड सरकार ने लगभग 43 करोड़ रुपये और भी दिये. वहीं विश्वविद्यालयों में कार्यरत शिक्षक और कर्मियों के वेतन के लिए झारखंड सरकार ने लगभग 114 करोड़ रुपये से अधिक दिये. 2020-21 के वित्त वर्ष में विकास कार्य लिए झारखंड के सभी स्टेट विश्वविद्यालय को लगभग 42 करोड़ रुपये दिये गये. इसका 60 प्रतिशत केंद्र सरकार और 40 प्रतिशत राज्य सरकार ने दिया. इस रकम को देने के बाद झारखंड सरकार ने लगभग 48 करोड़ रुपये और भी दिये. वहीं विश्वविद्यालयों में कार्यरत शिक्षक और कर्मियों के वेतन के लिए झारखंड सरकार ने लगभग 108 करोड़ रुपये दिये.
अब तक नहीं मिला ए, एप्लस और ए प्लस प्लस रैंकिंग
नैक द्वारा जारी की जाने वाली रैंकिंग में झारखंड के विश्वविद्यालय खरे नहीं उत्तर पा रहे हैं. नैक द्वारा तय मापदंडों को पूरा करने में झारखंड के विश्वविद्यालय असमर्थ हैं. हर 4 सालों में विश्वविद्यालयों को नैक टीम को निरीक्षण के लिए आमंत्रित करना होता है. झारखंड के पुराने विश्वविद्यालय नैक ग्रेडिंग के लिए पिछले 5 या उससे अधिक सालों से निरीक्षण के लिए टीम नहीं बुलायी है. वहीं 2017 में बने विश्ववविद्यायों ने अबतक एक बार भी नैक ग्रेडिंग के लिए नैक टीम को आमंत्रित नहीं किया है.
कौन से विश्वविद्यालय ने अंतिम बार कब बुलाई नैक की टीम
रांची विश्वविद्यालय ने 2017 में अंतिम बार नैक की टीम बुलायी थी. विनोबा भावे विश्वविद्यालय ने अंतिम बार 2015 में नैक की टीम बुलायी थी. कोल्हान विश्वविद्यालय ने 2016 में अंतिम बार नैक की टीम बुलायी थी और सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय ने अंतिम बार 2017 में नैक की टीम बुलायी थी. वहीं 2017 में बने बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय, डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय और जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय ने अब तक नैक टीम को निरीक्षण के लिए आमंत्रित नहीं की है.
कितने अंक पर मिलती है नैक ग्रेडिंग
नैक द्वारा जारी रैंक में 3.51-4.00 के अंदर आने वाले विश्वविद्यालय को ए प्लस प्लस
नैक द्वारा जारी रैंक में 3.26-3.50 के अंदर आने वाले विश्वविद्यालय को ए प्लस ग्रेड
नैक द्वारा जारी रैंक में 3.01-3.25 के अंदर आने वाले विश्वविद्यालय को ए ग्रेड
नैक द्वारा जारी रैंक में 2.76-3.00 के अंदर आने वाले विश्वविद्यालय को बी प्लस प्लस दिया जाता
नैक द्वारा जारी रैंक में 2.51-2.75 के अंदर आने वाले विश्वविद्यालय को बी प्लस ग्रेड
नैक द्वारा जारी रैंक में 2.01-2.50 के अंदर आने वाले विश्वविद्यालय को बी ग्रेड मिलता है.