Ranchi: अंतराष्ट्रीय उड़ानों के लिए इस साल नया एटीसी भवन बनकर तैयार हो जाएगा. मार्च तक इसका भवन बनकर तैयार हो जाएगा. इसके बाद अगले दो से तीन महीनों के दौरान अत्याधुनिक उपकरणों से सुसज्जित किया जाएगा. इसके तैयार होने के बाद यह सभी घरेलू से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए उपलब्ध हो जाएगा. मानसून की भारी बारिश हुई या फिर घना कुहासा सभी मौसम में विमानों का परिचालन सुगमता से होगा.
रांची एयरपोर्ट का मौजूदा एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर रांची एयरपोर्ट के लिए अव्यवहारिक हो गया है. इसका उपयोग अब सीमित हो गया है. पुराने एटीसी टावर से पूरे रनवे का निरीक्षण नहीं हो पा रहा. पिछले आठ वर्षों से विमानों के परिचालन के लिए मैनुअल निगरानी हो रही है. वर्तमान टर्मिनल भवन पुरानी एटीसी बिल्डिंग की ऊंचाई से भी बड़ा है, इसलिए पुराने एटीसी टावर से रनवे की पूरी निगरानी नहीं हो पाती.
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रांची एयरपोर्ट के विस्तारीकरण और आधुनिकीकरण के लिए लैंडिंग और टेकऑफ के समय फायर बिल्डिंग से मैनुअल निगरानी की जाती है. इसके छत पर चढ़कर एयरपोर्ट कर्मी रनवे के स्थिति का पता लगाते हैं. तब जाकर विमानों का परिचालन होता है. लेकिन मैनुअल तरीके से की जा रही निगरानी में मानवीय भूल की गुंजाइश होने की संभावना बनी रहती है. इसलिए रांची एयरपोर्ट को तत्काल नए और अत्याधुनिक एयरपोर्ट की जरूरत है.
लागत में भी पांच करोड़ का इजाफा हुआ
रांची अथॉरिटी के लिए इस नए टर्मिनल को बनाने के भवन बनाने की लागत 19 करोड़ रु से बढ़कर 25 करोड़ रुपए की हो गयी है. पिछले मार्च के बाद कोरोना और लॉकडाउन के कारण इसका पूरा निर्माण कार्य बाधित रहा. पिछले पांच महीनों के दौरान इसके कार्य में तेजी आई है. बावजूद इसके बनकर तैयार होने में अभी पांच से सात महीनें और लग सकते हैं.
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नए ट्रैफिक कंट्रोल टावर की खासियत
- 30 मीटर ऊंचा होगा एटीसी भवन
- सबसे ऊपर विजुअल कंट्रोल रूम में बैठेंगे अधिकारी
- खुली आंखों से रनवे रखी जा सकती है नजर
- कोहरा और धुंध के लिए लगेंगे अत्याधुनिक उपकरण
- खराब मौसम में भी हो सकेगा विमानों का परिचालन
- एयर ट्रैफिक कंट्रोल का रेंज बढ़ेगा
- विमानों को नियंत्रित करने की तकनीक अत्याधुनिक होगी
“एयरपोर्ट के निदेशक विनोद शर्मा ने बताया कि एटीसी बिल्डिंग का काम मार्च तक पूरा हो जाएगा. इसके बाद इसे विमान परिचालन से संबंधित अत्याधुनिक उपकरणों से लैस किया जाएगा. इस कार्य में 2 से 3 महीने लग सकते हैं. इस साल से ही यह ट्रैफिक कंट्रोल टावर कार्य करने लगेगा. यह हर दृष्टि से अत्याधुनिक एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर होगा. अंतरराष्ट्रीय हो या घरेलू सभी विमानों का परिचालन रांची एयरपोर्ट से होगा”