Ranchi : डीसी छवि रंजन ने गुरुवार को बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (बाआईटी) मेसरा की भूमि से संबंधित मामले की बैठक की. इस अवसर पर डीसी ने बीआईटी मेसरा के प्रतिनिधियों से संस्थान को प्राप्त भूमि की जानकारी विस्तार से ली. जिसमें बताया गया कि बीआईटी को कुल 779.08 एकड़ भूमि प्राप्त है. इसमें से 729.08 एकड़ भूमि का म्यूटेशन हो गया है. इस पर डीसी ने भूमि के नक्शे को देखते हुए सीमांकन विवाद दूर करने का आदेश दिया. साथ ही चहारदीवारी निर्माण को लेकर पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये.
5 में से 3 मामलों में सुनवाई पूरी
बैठक में अधिकारियों ने बताया कि बीआईटी मेसरा को प्राप्त भूमि में सीमांकन विवाद दूर करने को लेकर रैयतों ने पांच मामले दर्ज कराये थे. इसमें से सुनवाई कर कांके अंचल अधिकारी ने तीन मामलों का निष्पादन किया. इस पर डीसी ने बचे हुए 2 मामलों में सुनवाई करते हुए एक सप्ताह के अंदर निष्पादन करने का निर्देश दिया. साथ ही उन्होंने कांके सीओ को अंचल कार्यालय से रिकॉर्ड मिलान करते हुए 2 एकड़ के अंतर पर भिन्नता दूर करने का निर्देश दिया.
26 जनवरी के बाद निर्माण कार्य करने का दिया निर्देश
बैठक में भूमि का नक्शा दिखाते हुए बीआईटी मेसरा के प्रतिनिधियों ने चहारदीवारी निर्माण क्षेत्र की जानकारी डीसी को दी. डीसी ने निर्विवादित भूखंड पर चहारदीवारी निर्माण कार्य शुरू कराये जाने का निर्देश दिया. उन्होंने प्रतिनिधियों को अंचलाधिकारी के साथ चहारदीवारी निर्माण कार्य 26 जनवरी के बाद शुरू कराने का निर्देश दिया. चहारदीवारी निर्माण कार्य के लिए डीसी ने कांके सीओ को आवश्यक पुलिस बल की मांग करने का भी निर्देश दिया. इसके लिए उन्होंने अनुमंडल पदाधिकारी दीपक दूबे को दंडाधिकारी और पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति करने को कहा.
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