Bokaro : अपहृत पोती को अपहर्ताओं से मुक्त कराने का झांसा देकर बृद्ध दादी से 50 हजार रुपये ठगी का मामला सामने आया है. 18 फरवरी को बालीडीह थाने में मामला दर्ज कराया गया. नाबालिक पोती की तलाश में रोती बिलखती बुजुर्ग दादी थाने पहुंचकर 18 फरवरी को शिकायत दर्ज कराई. दर्ज प्राथमिकी के अनुसार दादी ने पुलिस को बयान दिया कि उसकी पोती को रिहा करने के एवज में अपहर्ताओं ने दो लाख रुपये की मांग की. एडवांस के तौर पर अपहर्ताओं ने बुजुर्ग दादी से 50 हजार रुपए लेकर चंपत हो गया. बुजुर्ग दादी की शिकायत पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
मामले में कुर्मीडीह निवासी युवक संतोष सिंह, रेलवे कॉलनी निवासी युवक आकाश खोपड़ी व सेक्टर छह निवासी युवती डोली कुमारी को आरोपी बनाया गया है. पुलिस को प्रारंभिक जांच में पता चला है कि तीनों आरोपियों का गिरोह लोगों को झांसा देकर ठगी करता है.
दर्ज प्राथमिकी के अनुसार 10 जनवरी को बुजूर्ग दादी की नाबालिक पोती बोकारो रामगढ़ हाइवे के किनारे बालीडीह थाना के करीब होलीक्रॉस स्कूल पढ़ने गई थी. स्कूल के पास से आरोपी आकाश खोपड़ी ने उसे मोटरसाइकिल पर जबरन बैठाकर अपहरण कर लिया. पोती दोपहर तक घर नहीं पहुंची. स्कूल में पूछताछ करने पर पता चला कि नाबालिक स्कूल नहीं आई थी. खोजबीन करने पर पता चला कि आकाश खोपड़ी नामक पड़ोस में रहने वाला युवक उसका अपहरण कर लिया है.
भुक्तभोगी दादी अपने स्तर से प्रयास जारी रखी. इस बीच पड़ोस का रहने वाला आरोपी संतोष सिंह मिला. उसने दादी से कहा कि दो लोख रुपये देने पर वह अपहृत पोती को खोजकर ला देगा. पोती की चाहत में बुजुर्ग महिला ने हामी भर दी, एडवांस के तौर पर गिरोह की सदस्या डोली कुमारी को 50 हजार रुपये दी. इसके बाद भी पोती का कुछ पता नहीं चला. बुजुर्ग दादी ने डोली कुमारी से इस संबंध में पूछा तो उसने कहा कि रुपये देने के तत्काल बाद संतोष उससे रुपया ले लिया. उसे सिर्फ पांच सौ रुपये मिले हैं. इसके बाद भुक्तभोगी दादी ने थाने में लिखित शिकायत दर्ज करा दी.
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