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Dhanbad : स्कूल खुलते ही शहर में चल रहे तकरीबन पांच हजार ऑटो में से ढाई हजार ऑटो पर जिला प्रशासन ने रोक लगा दी है. अब शहर के भीतर ढाई हजार ऑटो ही चल सकेंगे. ट्रैफिक डीएसपी राजेश कुमार ने बताया कि ऑटो चालकों के लिए रूट कोड लागू किया गया था. इसका मकसद था, शहर को जाम से मुक्ति दिलाना.अब जब सभी स्कूल खुल गए हैं, ऐसे में बगैर रूट कोड के ऑटो को शहर के अंदर प्रवेश करने से रोकने के लिए सभी इंट्री प्वाइंट पर विशेष ट्रैफिक बल तैनात कर निगरानी बढ़ा दी गई है.
रूट कोड जरूरी : शहर में वही ऑटो प्रवेश कर पाएंगे, जिनके पास रूट कोड होगा. राजेश कुमार ने बताया कि शहर के अंदर 25 सौ से अधिक ऑटो का परिचालन नहीं हो सकेगा. जिला प्रशासन ने जितने ऑटो की संख्या निर्धारित कर रखी है और जितने ऑटो को रूट कोड ( बार कोड ) दिया गया है, उतने ही ऑटो शहर के अंदर प्रवेश करेंगे .
बार कोड के नाम पर उगाही : प्रशासनिक रूट पास ( बारकोड ) के नाम पर झारखंड राज्य परिवहन चालक खलासी संघ के बैनर तले शहर के सबसे व्यस्ततम इलाका, श्रमिक चौक पर दुकान खोल कर उगाही कर ली गई. जहां 20 रुपए में 3 माह की सुरक्षा की गारंटी के दावे के साथ छपाई रसीद बेची गई. ऑटो चालकों से 20 – 20 रुपए लिए जा रहे थे और यह भरोसा दिलाया जा रहा था कि जो ऑटो चालक यह रसीद संघ के काउंटर से खरीदते हैं, उन्हें आने वाले 3 महीने तक परिवहन विभाग नहीं पकड़ेगा और न पुलिस.
चौक जाम : चालकों को यह भरोसा भी दिलाया जा रहा था कि यह रसीद कटवाने के बाद ऑटो चालक शहर के किसी भी रूट में ऑटो को चला सकते हैं. उन्हें रसीद कटवाने के बाद प्रशासनिक रूट पास या बारकोड की जरूरत नहीं लगेगी. किसी ऑटो चालक को यदि पुलिसकर्मी रोकता है, तो उन्हें यह रसीद दिखानी होगी. तीन माह के बाद इस रसीद की वैधता समाप्त हो जाएगी. इसके बाद पुनः ऑटो चालकों को यह रसीद कटवानी पड़ेगी. यह बात स्टेशन परिसर में आग की तरह फैल गई और रसीद कटवाने की होड़ में पूरा का पूरा श्रमिक चौक जाम हो गया.
हंगामा पर भागे : झारखंड राज्य परिवहन चालक खलासी संघ के नाम पर चलाए जा रहे इस फर्जीवाड़े की खबर ऑटो सेवा चालक दल को लगी. इसके बाद ऑटो सेवा चालक दल ने हंगामा शुरू कर दिया. हंगामे को देखते हुए झारखंड राज्य परिवहन चालक खलासी संघ के तमाम लोग कुछ ही मिनटों में भाग खड़े हो गए.
कोई अधिकृत नहीं : डीटीओ ओमप्रकाश यादव ने कहा कि जिन ऑटो चालकों को प्रशासन के द्वारा जो रूट पास जारी किए गए हैं, उन्हें ही शहर में प्रवेश की अनुमति है. कोई संघठन ऐसी हरकत कर रहा है, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. .
गुमराह कर रहा था इसलिए विरोध : सेवा दल चालक संघ के अध्यक्ष बबलू सिंह ने बताया कि ऑटो चालकों को गुमराह किया जा रहा था, चालकों से पैसे लेकर पास के नाम पर रसीद देकर सुरक्षा की गारंटी दी जा रही थी, जो गलत है. इसी कारण संघ ने विरोध किया .
हमारी रसीद ही रूट पास : परिवहन चालक – खलासी संघ के उमेश कुमार चौरसिया ने कहा कि प्रशासन ने सैकड़ों ऑटो चालकों को रूट पास नहीं दिए हैं, जिसे लेकर संघ के द्वारा कैंप लगाकर सदस्यता अभियान चलाया जा रहा था. हमारी रसीद ही उनका रूट पास है. संघ के कार्यकर्ता दिन – रात मेहनत करते हैं, उनका भी खर्च चलना चाहिए. इसलिए 20-20 रुपए ले रहे थे. सेवा दल चालक संघ ने बेवजह हंगामा कर कैंप बंद करा दिया .
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