Bokaro : नगर प्रशासन भवन के समक्ष जय झारखंड मजदूर समाज पार्टी नेएनजेसीएस एवं सेल प्रबंधन का पुतला फूंका. नेतृत्व महामंत्री बी के चौधरी ने किया. सैकड़ों की संख्या में इस्पातकर्मी एवं ठेकाकर्मियों ने दोनों के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए. जय झारखंड मजदूर समाज के महामंत्री सह झारखंड मुक्ति मोर्चा के केन्द्रीय सदस्य बी के चौधरी ने मजदूरों को सम्बोधित करते हुए कहा कि एमजीबी 15%,पर्क 35%,पेन्सन अंशदान 9%, जनवरी 2017 से एरियर, रात्रि पाली भत्ता, एस-12 का पद सृजित करने, बिना किसी रुकावट का ग्रेज्यूटी, यूनियन का चुनाव, ठेका कर्मियों का वेज रिवीजन, काम से निकालने पर रोक सहित 21 सूत्री मांगों को लेकर 30 जून को पूरे सेल के साथ बोकारो में भी मजदूरों ने ऐतिहासिक हड़ताल की थी. इस हड़ताल ने एनजेसीएस के नेताओं को अकूत ताकत देने का काम किया.
वेज रिवीजन मजदूर विरोधी, चिमनी का धुआं होगा बंद
बावजूद इन नेताओं ने प्रबंधन की गोद में बैठकर मजदूर बिरोधी वेज रिवीजन पर हस्ताक्षर किया है. इसका विरोध करते आये हैं. उन्होंने कहा कि इस बीच सांसद धीरज प्रसाद साहू ने वेज रिवीजन में अफसरों को ज्यादा और मजदूरों को उसके अनुपात में काफी अंतर रखने का सवाल राज्य सभा में उठाया. इस्पात मंत्री आर सी पी सिंह ने जवाब देते हुए कहा कि आफिसर्स का वेज रिवीजन डीपीई के गाइड लाइन के तहत किया गया है, जबकि मजदूरों का वेज रिवीजन एनजेसीएस के नेताओं और सेल प्रबंधन के बीच हुआ है. उन्होंने एनजेसीएस के नेताओं को जिम्मेदार ठहराया है. श्री चौधरी ने इस्पात मंत्री के राज्य सभा में दिये बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जनता दल यूनाइटेड सर्वहारा वर्ग का नेतृत्व करने का दम्भ भरता है, इसलिए इस समझोता को रद्द कराकर आफिसर्स की तरह मजदूरों का भी वेज रिवीजन कराने के लिए सेल प्रबंधन को आदेश दे. सरकार के इस जबाब से मजदूरों के आक्रोश को देखते हुए जय झारखंड मजदूर समाज ने 11फरवरी से प्लांट के सभी विभागों में जनजागरण अभियान चलाने का निर्णय लिया है. मजदूरों की राय जानने के बाद एक बार पुनः चिमनी का धुआं बंद करने का काम करेगा.
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