Bokaro : ये है बोकारो का सदर अस्पताल जहां प्रतिदिन लगभग 200 से 250 मरीज इलाज के लिए आते हैं. इन मरीजों में महिलाओं की संख्या सबसे अधिक होती है, जबकि अल्ट्रासाउंड मशीन की जरूरत भी सबसे अधिक महिलाओं को ही होता है. अस्पताल में लाखों रुपए खर्च कर मरीजों की जांच के लिए लगाए गए अल्ट्रासाउंड मशीन का उपयोग सिर्फ 2 दिन ही होता है. वहीं प्रतिदिन दर्जनों मरीजों को चिकित्सकों द्वारा अल्ट्रासाउंड जांच लिखा जाता है. सदर अस्पताल में अल्ट्रासाउंड मशीन के हर दिन उपयोग नहीं होने से मरीजों का्े काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. हालांकि अस्पताल में अल्ट्रासाउंड मशीन समेत सभी उपकरण लगाए जा चुके हैं. चिकित्सक के नहीं रहने के कारण ही अल्ट्रासाउंड मशीन का उपयोग नियमित नहीं हो पा रहा है.
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सप्ताह में 2 दिन ही आते हैं अल्ट्रासाउंड एक्सपर्ट
सदर अस्पताल में अल्ट्रासाउंड संचालन के लिए चिकित्सक की प्रतिनियुक्ति की गई है. ये चिकित्सक झोपड़ी कॉलोनी स्थित अस्पताल में कार्यरत है, जिसके कारण सप्ताह में महज 2 दिन ही सदर अस्पताल में अपनी सेवा दे पाते हैं. शेष दिन वे पदस्थापित अस्पताल में रहते हैं. सदर अस्पताल में शनिवार और गुरुवार को ही अल्ट्रासाउंड से जांच होती हैं.
मरीजों को बाहर कराना पड़ता है अल्ट्रासाउंड
मरीजों को सदर अस्पताल में सुविधा नहीं मिलने के कारण उन्हें बाजार में इलाज कराने के लिए जाना पड़ता है, जहां उन्हें इसी जांच के लिए हजार रुपए तक फीस जमा करना पड़ता है. वहीं सिविल सर्जन डॉ. अभय भूषण प्रसाद ने बताया कि चिकित्सकों की कमी है. कई जगहों पर प्रतिनियुक्ति की गई हैं. अल्ट्रासाउंड मशीन चलाने के लिए भी प्रतिनियुक्ति की गई है, इसलिए सप्ताह में दो दिन ही जांच होती हैं.
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