कर्मियों व कोयले के आवाजाही पर आंदोलनकारियों ने लगा दी है रोक
Bokaro Tharmal : बोकारो ताप विद्युत केंद्र में संयुक्त मोर्चा संघर्ष समिति के बैनर तले चलाए जा रहे अनिश्चितकालीन गेटजाम आंदोलन के कारण हालात बिगड़ते जा रहे हैं. डीवीसी के सैंकड़ों अधिकारी व कर्मचारी तीन दिनों से प्लांट के अंदर फंसे हुए हैं. इसी क्रम में 5 अक्टूबर को प्लांट गेट पर रिटाइर्डकर्मियों ने डीवीसी प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. आंदोलनकारियों ने प्लांट के गेट को पूरी तरह से जाम कर दिया है जिससे प्लांट में ड्यूटी करने गए अधिकारी, कर्मचारी व कामगार वहां से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. आंदोलनकारी बाहर से भी किसी कर्मी या अधिकारी को प्लांट में प्रवेश नहीं करने दे रहे हैं.
खत्म हो जाएगा कोयला, रूक जाएगा बिजली का उत्पादन
इस आंदोलन के कारण रेल मार्ग व सड़क मार्ग से प्लांट में होने वाली कोयले की आपूर्ति पूरी तरह से बाधित हो गयी है. इससे प्लांट में कोयले का स्टॉक लगभग समाप्त होने को है. अगर यहां कोयले का स्टॉक खत्म हो गया तो विद्युत उत्पादन भी रुक जाएगा, जिसका सीधा असर विद्युतापूर्ति पर पड़ेगा. इधर, प्लांट का गेट जाम होने के कारण कोनार नदी में बने ओवरब्रिज में कोयला लदे हाइवा डंपरों की लंबी कतार लग गयी है. बताया जाता है कि आज डीवीसी के मुख्यालय कोलकाता में वार्ता तय है. यदि वार्ता सफल होती है तो हड़ताल समाप्त हो सकती है.
जर्जर आवासों का 14 हजार रुपये मासिक किराया
डीवीसी मुख्यालय प्रबंधन ने गत 18 अगस्त को एक मिनट्स निकाला था, जिसमें रिटाइर्ड कर्मियों को क्वाटर्र भाड़ा 560 रूपए को 25 गुणा बढ़ा दिया गया है. जिससे 1 अक्टूबर से रिटायर्ड कर्मियों को अब 14000 रूपए हर माह आवास भाड़ा देना है. इसके ठीक विपरीत उन्हें डेमेज क्वार्टर ही मिलेगा. उस क्वार्टर का मरम्मत रिटाइर्ड कर्मी को ही करना है. लेकिन इंप्लाइजों को 3797 रूपए ही क्वार्टर का भाड़ा देना होगा. इसी सवाल को लेकर वे आंदोलन कर रहे हैं.
रिटायर्ड कर्मियों ने खोला है मोरचा
आंदोलन में मुख्य रूप से बेरमो विधायक जयमंगल सिंह, उप प्रमुख बिनोद साहू, रिंकू सिंह, रिटाइर्ड कर्मी आरके सिंह, सुभाष चंद्रा, आरएस पांडेय, महेंद्र सिंह, रंजीत सिंह, सुरेश प्रसाद, जानकी महतो, एके देव, मुरलीधर सिंह, सरजू ठाकुर, धरम सिंह, आरके रजक, सुंदर शर्मा, केएन मिश्रा, भागवत साव, एसएन विश्वकर्मा, तरसेम सिंह, रामाकांत यादव, राजकिशोर सिंह, अशोक सिंह, नागेश्वर प्रजापति सहित सैकड़ों लोग शामिल है.
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