Bokaro : जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर एक ऐसा मंदिर है जहां महिलाएं पूजा नहीं करती हैं. मंदिर के अंदर महिलाओं के प्रवेश की अनुमति भी नहीं है. यह मंदिर मंगल चंडी मां का है. जो कसमार प्रखंड के पुर्ली बगियारी में स्थित हैं.
बताया जाता है कि मंगल चंडी मां की मंदिर से करीब 20 फीट की दूरी से ही महिलाओं को पूजा करने दिया जाता है. महिला के प्रवेश रोकने के लिए मंगिर को चारों तरफ बांस से घेरा बनाया जाता है. उस घेरे के बाहर ही महिलाओं को खड़े रहने की अनुमति दी गई है. इस मंदिर की मान्यता है कि जो भी भक्त सच्चे मन से मां की आराधना करते है, उसनी सभी मुरादे पूरी होती है.
इसे भी पढ़ें – धनबाद : तीन दुकान में लगी आग, लाखों की संपत्ति जलकर हुई खाक
परंपरा कई सालों से यूं ही चली आ रही है
मंदिर के पुजारी का कहना है कि महिलाओं के प्रवेश में रोक की परंपरा कई सालों से यूं ही चली आ रही है. हालांकि महिलाओं को भी इस पर कोई आपत्ति नहीं है. वो दूर से ही मां की आराधना कर संतुष्ट हैं. वैसे सनातन धर्म में नारी रूप को शक्ति का प्रतीक कहा जाता है,इसी रूप में मां की आराधना भी होती है. लेकिन कसमार प्रखंड के मंगल चंडी मां के मंदिर में महिलाओं को दूर से ही पूजा अर्चना करनी पड़ती है.माता की पूजा मंगलवार को होती हैं जहां बलिप्रथा भी हैं.
ऐसा कहा जाता है कि इस मंगल चंडी मंदिर में सिर्फ बोकारो ही नहीं कई राज्य से श्रद्धालु आते है. लोगों की इस मंदिर में इतनी श्रद्धा है कि वो सालों से चली आ रही इस पंरपरा को तोड़ने के बारे में सोच भी नहीं सकते हैं.
इसे भी पढ़ें –चाइल्ड पोर्नग्राफी का गिरिडीह से जुड़ा तार, रांची से युवक की गिरफ्तार होने की सूचना
मंगल चंडी मंदिर के बारे में जानें
बताया जा रहा है कि पहले यह मंदिर गांव के बीचों-बीच में था. लेकिन माता ने स्वप्न दिया कि हम गांव में नहीं रहेंगे,मेरा दम घुटता हैं. जिसके बाद गांव वाले ने मिलकर गांव के बधार में एक मंदिर स्थापित की. जहा पर मां को विराजमान किया गया. लोगों ने बताया कि बहुत साल पहले एक दिन जब पंडित पूजा करने मंदिर पहुंचे तो वहां मां की प्रतिमा गायब थी. लोगों ने खोजबीन शुरू की. तो मां की प्रतिमा एक कुएं में मिली. जब लोगों ने प्रतिमा को उठाकर लाया तो उन्होंने दुबारा स्वप्न दिया कि हम खुले आसमान के नीचे रहेंगें, मंदिर में नहीं. इसके बाद आज भी वे खुले में रखी गई हैं इसके बाद आज भी वे खुले में रखी गई हैं.
इसे भी पढ़ें –गृह मंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर के दौरे पर, इंटरनेट बंद किये जाने पर बरसीं महबूबा मुफ्ती