Bokaro : महिलाएं किसी भी क्षेत्र में कम नहीं हैं. बोकारो ज़िले में प्रशासनिक महकमा में भी महिलाएं अपनी दक्षता के बल पर शीर्ष पदों पर आसीन हैं और कार्य कुशलता से अपने दायित्व का निर्वहन कर रही हैं. महिलाएं बस अपने अधिकारों को जानें, इसे लेकर जागरूक हों. यह बातें डीसी कुलदीप चौधरी ने सोमवार को बोकारो समाहरणालय में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में कही. उन्होंने कहा कि महिलाओं को महिला अधिकारों के लिए बने कानून व सरकार की योजनाओं की जानकारी लेकर उसे हासिल करना होगा.
कार्यक्रम का उद्घाटन डीडीसी कीर्तीश्री जी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी मेनका कुमारी, जिला कल्याण पदाधिकारी मनीषा वत्स, ट्रैफिक डीएसपी पूनम मिंज ने दीप प्रज्वलित कर किया. कार्यक्रम में कई महिला पदाधिकारियों व गैर सरकारी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने अपनी राय रखी.
पिंक ऑटो को हरी झंडी दिखाकर डीसी-डीडीसी ने किया रवाना
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के जिला स्तरीय कार्यक्रम के दौरान जिला कल्याण विभाग द्वारा चयनित 3 महिला लाभुकों को पिंक ऑटो दिया गया. डीसी कुलदीप चौधरी, डीडीसी कीर्तीश्री जी. ने लाभुक महिलाओं को ऑटो की चाबी दी और समाहरणालय परिसर से ऑटो को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
इस मौके पर महिलाओं में समता अपनाओ की जागरूकता को लेकर हस्ताक्षर अभियान चलाया गया. डीसी-डीडीसी समेत अन्य वरीय पदाधिकारियों ने हस्ताक्षर किया. साथ ही, सेल्फी प्वाइंट में तस्वीर खिंचवाई. मौके पर जिला कल्याण पदाधिकारी श्रीमती मनीषा वत्स, डीपीएलआर सह जिला समाज कल्याण पदाधिकारी मेनका कुमारी, ट्रैफिक डीएसपी पूनम मिंज, जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी शक्ति कुमार, सहायक जनंसपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार व अन्य उपस्थित थे.
आगे बढ़ने के लिए साक्षर होना ज़रूरी : डीसी
उपायुक्त ने कहा कि आगे बढ़ने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी साक्षर होना है. कहा भी जाता है कि एक पुरूष साक्षर होकर एक पीढ़ी को शिक्षित करता है, लेकिन एक महिला साक्षर होकर तीन पीढ़ी को शिक्षित बनाती है. एक अपने परिवार को, दूसरे अपने ससुराल को और तीसरे अपने बच्चों को शिक्षित करती है. डीसी ने मौके पर सरकार द्वारा महिलाओं को केंद्रित कर संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि समाज में सकारात्मक बदलाव के लिए ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को मुख्यधारा में आना होगा. इस दिशा में लगातार प्रशासन-सरकार काम कर रही है.