Ranchi : रांची में यातायात व्यवस्था दुरूस्त करने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने बोलार्ड लगाया था. लेकिन यह बोलार्ड एक माह भी नहीं टिक पाया है. रांची के सड़कों पर एक माह पहले फाइबर के ट्रैफिक डिवाइडर लगायी गयी थी. लेकिन आज कई जगहों पर यह टूट गयी है. इसके टूटने का सबसे बड़ा कारण लोगों की लापरवाही मानी जा सकती है. टूटे बोलार्ड को उठा कर सड़क के किनारे रख दिया गया है. जिसके कारण एक बार फिर ट्रैफिक अपनी पुरानी व्यवस्था में आ गयी है. पढ़ें – संजय राउत के खिलाफ वारंट जारी, पूर्व सांसद किरीट सोमैया की पत्नी ने दायर किया है मानहानि का केस
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बोलार्ड को नुकसान पहुंचाने वाले पर होगी कार्रवाई
जानकारी के मुताबिक बोलार्ड को नुकसान पहुंचाने वालों पर प्रशासन कार्रवाई का मन बना ली है. प्रशासन बोलार्ड को नुकसान पहुंचाने वाले वाहन चालकों को कैमरा माध्यम से चिन्हित करेगा और इनके ऊपर रेश ड्राइविंग के तहत कार्रवाई की जाएगी. दोषी पाये जाने वालों का 3 माह के लिए ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड किया जायेगा.
बता दें कि लालपुर, जेल मोड़, न्यूक्लियस मॉल चौक के पास बोलार्ड टूट गये है. इन चौकों के अलावा 12 चौराहों को फिलहाल लेफ्ट फ्री किया गया है. जहां बोलार्ड लगाये गये थे. इनमें से अधिकतर स्थानों में लगे प्लास्टिक के डिवाइडर टूट कर खराब हो चुके हैं. इन बोलार्ड को लगे एक माह भी नहीं हुआ है.
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रस्सी लगाकर ट्रैफिक कंट्रोल किया जा रहा
बता दें कि बीते छह जून को बोलार्ड लगाया गया था. बोलार्ड टूट जाने के बाद इन स्थानों पर रस्सी लगाकर ट्रैफिक कंट्रोल किया जा रहा है. पहले भी रस्सी लगाकर इसे कंट्रोल किया जाता था. रस्सी और लोहे की बैरिकेडिंग हटाने के लिए प्लास्टिक कॉन्सेप्ट लाया गया था. लेकिन उसकी क्वालिटी सही नहीं होने के कारण यह 1 माह में ही टूट गया.
लालपुर चौक पर लगाए गए बोलार्ड एक लाइन से साफ हो गये हैं. इन्हें पास में ही समेट कर रख दिया गया है. ऐसा ही हाल जेल मोड़, न्यूक्लियस मॉल समेत अन्य स्थानों में भी हुआ है. यहां फिर से रस्सी बांध कर और लोहे की बैरिकेडिंग लगाकर वाहनों को रास्ता दिया जा रहा है.
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लोहे की बैरिकेडिंग देता है हादसे को न्यौता
सिटी के कई चौक-चौराहों पर लोहे की बैरिकेडिंग लगाई गई है, जो काफी खतरनाक है. रात के अंधेरे में कई बार ये बैरिकेडिंग नजर नहीं आती और हादसा हो जाता है. वहां अधिकतर बैरिकेडिंग में जंग लग गई है, जो बड़े वाहनों की चपेट में आकर क्षतिग्रस्त होता रहता है. अरगोड़ा चौक पर बीते हफ्ते ही एक बाइक सवार लोहे की बैरिकेडिंग से टकरा कर घायल हो गया. हालांकि अरगोड़ा में भी अब बोलार्ड लगा दिया गया है. लेकिन यहां भी कई जगह से प्लास्टिक के डिवाइडर उखड़ गये है.
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